बलौदाबाजार: जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. बीते कुछ दिनों में जिस तरह से एक के बाद एक चाकूबाजी और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं, उसने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली और जिले की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. जिले के कसडोल थाना क्षेत्र में भी फिर दो अलग-अलग गांवों में चाकूबाजी की घटनाएं हुईं, जिनमें 11 लोग घायल हो गए. इससे पहले, सुहेला थाना क्षेत्र में भी एक ही रात तीन अलग-अलग वारदातें हुई थीं जिसमें एक की मौत हुई थी.
पहला मामला, कसडोल का सेमरिया गांव: यहां के आदतन अपराधी अंशु दास मानिकपुरी ने गांव के 3 लोगों पर चाकू से हमला कर दिया. महेश्वर कैवर्त के गले पर वार करने से उसकी नस कट गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद उसे तत्काल बलौदाबाजार के चंदा देवी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. बाकी 2 घायलों को भी प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल भेजा गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि अंशु दास पहले भी कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है. उसके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन अब तक कोई कड़ी कार्रवाई न होने से वह बार-बार अपराध करता आ रहा है.
लौदाबाजार में वारदात (ETV BHARAT)
कैसे हुई वारदात: कसडोल एसडीओपी कौशल किशोर वासनिक ने बताया कि, शिवकुमार चौहान ने थाने में रिपोर्ट की थी, जिसमें बताया कि, उनके साथी गांव की गली से गुजर रहे थे, इस दौरान अंशु दास मानिकपुर गाली-गलौज कर रहा था. इस पर शिवकुमार चौहान ने कहा कि, गाली-गलौज मत करो. इतने में गुस्साए अंशु ने अपने पास रखे चाकू से जानलेवा हमला कर दिया. पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लिया है.
दूसरी वारदात, देवरीकला गांव: यहां एक डांस प्रतियोगिता चल रही थी जिसको देखने आश्रित गांव के लोग भी आए थे. अचानक किसी विवाद को लेकर माहौल बिगड़ गया और देखते ही देखते मामला चाकूबाजी तक पहुंच गया. आरोप है कि सरपंच बालेश्वर दास वैष्णव के भाई दिलेश्वर वैष्णव उनके साथियों ने धारदार हथियार, चाकू, हाथ, मुक्का से 8 लोगों पर हमला किया. जिस पर धारा 307 का केस दर्ज किया गया है. घायलों को कसडोल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लाया गया. इनमें से कुछ की हालत गंभीर होने पर उन्हें बलौदाबाजार जिला अस्पताल रेफरकिया गया.