कनाडा में खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी समूहों का भारत विरोधी प्रदर्शन जारी है. वैंकूवर में साल 1995 में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए जिम्मेदार हमलावर को श्रद्धांजलि दी गई. वैंकूवर में निकाली गयी झांकियों में हत्या के ग्राफिक चित्रण किया गया. इसमें खून से लथपथ कार और मारे गए सीएम की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गयी और उनके हत्यारे को शहीद बताया गया है.
Sikh extremist groups held rallies in cities across Canada and USA today against "the narrative of Hinduphobia" by celebrating a suicide bombing that killed 17 people in 1995.
The rallies featured gruesome depictions of body parts of the victims strewn about.
Babbar Khalsa… pic.twitter.com/ftKfWUN6rU
— Journalist V (@OnTheNewsBeat) September 1, 2024
झांकी में बेअंत को बम से उड़ाया गया के नारे के पोस्टर भी लगाये गये और इस रैली के दौरान आत्मघाती हमलावर दिलावर सिंह बब्बर को भी श्रद्धांजलि दी गई. पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिह की 31 अगस्त, 1995 को हत्या कर दी गई थी. इस बार वैंकूवर में उनके हत्यारे को श्रद्धांजलि दी गई.
बता दें कि इसके पहले टोरंटो में इंद्रजीत सिंह गोसल के नेतृत्व में एक रैली निकाली गई थी. उस रैली में भी खालिस्तान जनमत संग्रह के समर्थकों को बब्बर सिंह की “संतान” बताया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसलर और जनमत संग्रह के मुख्य आयोजक गुरपतवंत पन्नून के करीबी सहयोगी गोसल को जान के खतरे के बारे में चेतावनी दी गई थी. कनाडा की पुलिस ने इस बाबत चेतावनी दी थी.
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस और ओंटारियो प्रांतीय पुलिस ने इसके पहले भी चेतावनी जारी की थी. पिछले साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया में हरदीप सिंह निज्जर की सरेआम में हत्या कर दी गई थी. चंडीगढ़ में आत्मघाती बम विस्फोट में 17 लोगों जान चली गयी थी. इस बम विस्फोट की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी.
9 जून को ग्रेटर टोरंटो एरिया (GTA) के हिस्से ब्रैम्पटन में एक परेड में इंदिरा गांधी के पुतले को उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारते हुए दिखाया गया था. इस झांकी में पोस्टर शामिल थे, जिसमें कहा गया था कि उनकी सज़ा 31 अक्टूबर, 1984 को दी गई थी, जो उनकी हत्या की तारीख थी.
प्रदर्शन पर कनाडा सरकार ने कही ये बात
यह परेड ऑपरेशन ब्लूस्टार की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी, जिसके दौरान भारतीय सेना ने खालिस्तानी चरमपंथियों को खत्म करने के लिए अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में प्रवेश किया था, जिसमें उनके नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले भी शामिल थे.
यह झांकी वैंकूवर में भारत के वाणिज्य दूतावास के सामने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान इसी तरह के प्रदर्शन के ठीक तीन दिन बाद दिखाई दी. जवाब में, कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री, डोमिनिक लेब्लांक ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया कि कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है.
पिछले साल, 4 जून को, GTA में एक शहीदी दिवस कार्यक्रम में इसी तरह की झांकी दिखाई गई थी. यह कार्यक्रम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की घटनाओं को दर्शाता है, जिसके कारण दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में सिख विरोधी दंगे हुए, जिसके परिणामस्वरूप हज़ारों लोग मारे गए और बड़े पैमाने पर लूटपाट हुई थी.