भोपाल: 1989 बैच के आईएएस अधिकारी और वर्तमान में सड़क परिवहन विभाग में सचिव अनुराग जैन मध्य प्रदेश के अगले मुख्य सचिव होंगे. वीरा राणा के मुख्य सचिव बनने के समय भी अनुराज जैन का नाम इस रेस में था, लेकिन तब केन्द्र से उनके नाम को लेकर हरी झंडी नहीं मिल पाई थी. मुख्य सचिव की रेस में मुख्यमंत्री सचिवालय में एसीएस डॉ. राजेश राजौरा का नाम जोर-शोर से चल रहा था. अनुराग जैन की जनवरी माह में दिल्ली में मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात हुई थी, तभी उनका मुख्य सचिव बनना तय हो गया था.
ग्वालियर के रहने वाले हैं अनुराग जैन
1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन मूलतः ग्वालियर के रहने वाले हैं. अनुराग जैन आईआईटी खड़गपुर में बीटेक ऑनर्स इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 1986 बैच के मैरिट होल्डर रहे हैं. वे मैरिट सूची में दूसरे नंबर पर थे. इसके वे 2005 में मैक्सवेल स्कूल यूनिवर्सिटी ऑफ सिरैक्यूज, यूएसए से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एम.ए किया.
आईएएस बनने के बाद अनुराग जैन की पहली पोस्टिंग असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में सागर में 6 जून 1990 में हुई थी. वे 26 अगस्त 1991 तक यहां पदस्थ रहे.
मंडला कलेक्टर – 14 जुलाई 1997 से जून 1999 तक रहे.
मंदसौर कलेक्टर – 22 जून 1999 से 10 जुलाई 2001 तक रहे.
भोपाल कलेक्टर – 16 जुलाई 2001 से जनवरी 2004 तक रहे.
अनुराग जैन ने केन्द्र सरकार के वित्त विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी के रूप में 29 जून 2011 से 5 जनवरी 2015 तक सेवाएं दी.
अनुराग जैन पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में पीएमओ में ज्वाइंट सेक्रेटरी रहे हैं.
टेनिस खिलाड़ी भी रहे हैं अनुराग जैन
बताया जा रहा है कि अनुराग जैन राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी भी रहे हैं. वह नेशनल लेवल पर वह 11 मेडल जीत चुके हैं. इसके अलावा क्रिकेट में भी उन्होंने मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है. साथ ही ई-गवर्नेंस को लेकर भी अनुराग जैन को अवार्ड मिल चुका है.
पीएम मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में रहे हैं अनुराग
अनुराग जैन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों की सूची में शामिल रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री के संयुक्त सचिव के रूप में सूचना प्रोद्योगिकी, संचार, कृषि, खाद्य एवं उपभोक्ता मामले, रसायन एवं उर्वरक, श्रम जैसे कई विभागों में काम किया है. प्रधानमंत्री जन धन जैसी सफल योजना का श्रेय अनुराग जैन को ही दिया जाता है. मध्य प्रदेश में रहते उन्होंने सार्वजनिक सेवा वितरण गारंटी अधिनियम को लागू कराया. जिसे बाद में कई राज्यों ने अपनाया.
मध्य प्रदेश में रहते हुए अनुराग जैन ने कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है. वित्त के मामले में उनकी गहरी समझ हैं, उम्मीद है कि उनके आने के बाद मध्य प्रदेश की आर्थिक सेहत में सुधार होगा.