देश के नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति के लिए चयन समिति की सोमवार को बैठक हुई. पीएमओ में हुई इस बैठक में पीएम मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और गृह मंत्री राहुल गांधी शामिल हुए. सूत्रों का कहना है कि बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि सीईसी की नियुक्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट लगातार सुनवाई कर रहा है. ऐसे में नई नियुक्ति के फैसले को कुछ दिनों के लिए टाल दिया जाए. इसमें ईगो रखने जैसी कोई बात नहीं है. ये लोकतंत्र और गणतंत्र का तकाजा है.सूत्रों का कहना है कि आज की बैठक स्थगित करने के राहुल के सुझाव को नहीं माना गया.उधर, बैठक के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. आइए जानते हैं पार्टी की ओर से क्या कहा गया है.
कांग्रेस सांसद मनु सिंघवी ने कहा, सीईसी चयन के लिए पीएम/गृह मंत्री और नेता विपक्ष का प्रावधान है. 2 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया था. इसमें कहा था, ये जरूरी है कि सीईसी और ईसी के चयन में पीएम, नेता विपक्ष और सीजेआई भी हों. सीईसी को सिर्फ कार्यपालिका द्वारा ही न चुना जाए.
सरकार ने सीईसी चयन प्रक्रिया से सीजेआई को निकाल दिया
इस सरकार ने सीईसी चयन प्रक्रिया से न्यायपालिका या कहें सीजेआई को निकाल दिया. इसको चुनौती दी गई है. कांग्रेस का स्टैंड आज यही है कि आपको ईगो में काम नहीं करना है. हमारी मांग थी कि आज की बैठक को स्थगित करें और सुप्रीम कोर्ट से कहें कि इससे संबंधित मामले की जल्द सुनवाई करिए.
…तो सीईसी के चयन का क्या होगा? थोड़ा रुक जाते
उन्होंने कहा, अगर आज आप किसी को नियुक्त कर देते हैं और सुप्रीम कोर्ट बाद में नए चयन कानून प्रक्रिया को निरस्त करता है तो सीईसी के चयन का क्या होगा? थोड़ा रुक जाते. जहां तक हमारी जानकारी है, इस प्रस्ताव को नहीं माना गया है. बैठक में राहुल गांधी के शामिल होने पर उन्होंने कहा, उन्होंने बैठक में क्या कहा और क्या हुआ ये हम नहीं बता सकते. राहुल हमारी पार्टी के नेता हैं. जो हमने कहा है वही पार्टी का स्टैंड है.
सुप्रीम कोर्ट 19 फरवरी को इस पर सुनवाई करेगा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, आज सीईसी को चुनने के लिए मीटिंग थी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि 19 फरवरी को इस पर सुनवाई करेगा कि कमेटी का संविधान कैसा होना चाहिए. इसको देखते हुए कांग्रेस का मानना है कि आज की मीटिंग को स्थगित किया जाना चाहिए था.