लखीमपुर खीरी: मध्य प्रदेश के कटनी निवासी अर्चना तिवारी रक्षाबंधन से पहले से लापता थी. उसकी तलाश में भोपाल जीआरपी ने तीन दिन से पलिया में डेरा डाल रखा था. स्थानीय पुलिस के सहयोग से अर्चना तिवारी को तलाश कर लिया गया है. मध्यप्रदेश में इंदौर से कटनी जाते समय नर्मदा एक्सप्रेस के बी-3 कोच से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास लापता हुई अर्चना तिवारी को लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल सीमा पर तलाश कर लिया गया.
उसकी बरामदगी होने के बाद गौरीफंटा सीमा होते हुए भोपाल जीआरपी अपने साथ लेकर गई है. अर्चना तिवारी सात अगस्त को ट्रेन से यात्रा करने के दौरान लापता हो गई थी, जिसके बाद अभियान चलाकर भोपाल जीआरपी उनकी तलाश कर रही थीं. अर्चना तिवारी की तलाश में भोपाल रेलवे पुलिस ने कई जगह अभियान चला रखा था. एसटीएफ व साइबर टीम भी लगी हुई थी.
करीब 13 दिनों के बाद आखिरकार उनकी लोकेशन नेपाल सीमा के पास मिली. बताया जाता है कि बीते तीन दिनों से भोपाल जीआरपी की टीम पलियाकलां में डेरा डाले हुई थी. अपने साधनों के जरिए पलिया पुलिस के सहयोग से अर्चना तिवारी का सुराग लगाने का प्रयास कर रही थी.
पलिया पुलिस के सहयोग से मिली सफलता
अर्चना तिवारी की बरामदगी में लगी टीमों ने सीओ पलिया यादवेंद्र यादव से संपर्क किया था. पलिया पुलिस के सहयोग से मंगलवार की देर शाम अर्चना को तलाश कर लिया गया. अर्चना को भोपाल जीआरपी अपने साथ लेकर गई है. इस बारे में सीओ यादवेंद्र यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस ने अपने संपर्क के जरिए युवती को तलाश किया और पलिया पुलिस के सहयोग से युवती को बरामद किया गया है. जिनको पुलिस अपने साथ लेकर भोपाल चली गई है.