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केरल फिल्म इंडस्ट्री के यौन उत्पीड़न गैंग का हिस्सा हैं 15 बड़े स्टार्स?

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में फीमेल कलाकारों के साथ होने वाले सेक्सुअल हैरेसमेंट की घटनाओं की जांच करने वाली जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अब पीड़ित महिलाएं एक-एक करके आगे आ रही हैं. मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े स्टार्स पर यौन शोषण जैसे आरोप लग रहे हैं. हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने केरल फिल्म इंडस्ट्री में फैले यौन उत्पीड़न को सबके सामने ला दिया है. इस मामले में केरल फिल्म इंडस्ट्री की 15 बड़ी हस्तियां शामिल हैं. 10 आरोपियों के नाम सामने आ चुके हैं, जिनमें एक एक्टर दिलीप भी हैं.

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2017 में एक एक्ट्रेस के साथ कथित तौर पर उसकी कार में छेड़छाड़ किए जाने के बाद तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था. कई महिलाएं खुलकर बोल रही हैं और फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगा रही हैं. केरल सरकार की तरफ से इसकी जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई है. केरल पुलिस ने फिल्ममेकर रंजीत के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया है.

बंगाली एक्ट्रेस श्रीलेखा मित्रा ने 2009 में ‘पालेरी मणिक्यम’ के प्री-प्रोडक्शन के दौरान रंजीत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से आपराधिक बल का इस्तेमाल करने के लिए IPC की धारा 354 के तहत गैर-जमानती मामला दर्ज किया गया है. आरोपों के बीच, रंजीत ने केरल चलचित्र एकेडमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को गलत बताया है.

एम मुकेश, जयसूर्या, मनियानपिला राजू और एडावेला बाबू पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. अभिनेत्री मीनू मुनीर ने इन लोगों पर गलत व्यवहार करने और ‘कैलेंडर और नादकामे उलाकम’ की शूटिंग के दौरान एक होटल के कमरे में उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब ये सब बर्दाश्त से बाहर हो गया तो उन्हें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने और चेन्नई में शिफ्ट होने के लिए मजबूर होना पड़ा.

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के एक और बड़े नाम बाबूराज, जो मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के संयुक्त महासचिव हैं, उनपर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. एक जूनियर आर्टिस्ट ने आरोप लगाया था कि बाबूराज ने एक फिल्म में रोल के लिए बातचीत करने के लिए उन्हें अपने घर बुलाकर उनके साथ अश्लील हरकत और मारपीट की.

मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के पूर्व महासचिव सिद्दीकी पर एक्ट्रेस रेवती संपत ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. डायरेक्टर तुलसीदास पर 1991 में ‘चंचट्टम’ की शूटिंग के दौरान एक्ट्रेस गीता विजयन के साथ गलत व्यवहार करने का भी आरोप है. विजयन ने आरोप लगाया कि बाबूराज ने अन्य महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया है.

क्या कहती है हेमी कमेटी की रिपोर्ट?

हेमा कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडस्ट्री में कई बड़े लोग काम का मौका देने के नाम पर और एक्टिंग में करियर को बनाने के बदले में महिलाओं के सामने आपत्तिजनक डिमांड रखते हैं. वहीं, नशे में धुत होकर जबरन उनके होटल के कमरों में घुस जाते हैं और यहां तक कि सेट और चेंजिंग रूम भी फीमेल सेफ नहीं हैं.

पीड़ित फीमेल्स को चुप रहने की धमकी दी जाती है. आखिरकार, दुर्व्यवहार करने वाले ही इंडस्ट्री को चलाते हैं और वो अपने खिलाफ बोलने वाले शख्स के करियर को खराब करने की धमकी देते हैं. इस शर्मनाक मामले में मलयालम इंडस्ट्री के कई बड़े एक्टर्स, डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स भी शामिल हैं. SIT जांच में इन आरोपों की जांच करने पर और भी नाम सामने आ सकते हैं.

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