Vayam Bharat

क्या पाकिस्तान की मैंगो डिप्लोमेसी में फंस रहे INDIA ब्लॉक के नेता?

पाकिस्तान सरकार भारत के सांसदों के साथ मैंगो डिप्लोमेसी कर रही है. कई खबरों से पता चला है कि सद्भावना और दोस्ती के संकेत के रूप में पाकिस्तान हाई कमीशन ने भारत के कुछ सांसदों को आम भिजवाए हैं. आम के सीजन में अक्सर आमों की टोकरियां लोग एक-दूसरे को भेजते हैं. आम कूटनीति कोई नई बात नहीं है. 2015 में ईद के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत कई और वरिष्ठ नेताओं को आम भेजे थे.

Advertisement

पाकिस्तान से आम आने की खबर पर बवाल इसलिए भी हो रहा है क्योंकि दावा है कि ये आम सिर्फ विपक्ष के सांसदों को भेजे गए हैं. सोशल मीडिया पर कई लोग इसको किसी बड़ी साजिश के तौर पर देख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान हाई कमीशन की ओर से INDIA ब्लॉक के नेताओं को आम की टोकरियां भिजवाई गई हैं. इसमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर को आम भेजे जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने इससे इनकार किया है.

शशि थरूर ने सफाई में क्या कहा?

शशि थरूर ने पाकिस्तान हाई कमीशन की ओर से आम की टोकरियां आने के दावों का खंडन करते हुए कहा है कि, “मैंने तो कभी देखा नहीं, न ही ऐसा कुछ सुना. मुझे पाकिस्तानी हाई कमीशन की ओर से अब तक कभी कुछ नहीं मिला.” थरूर ने कहा कि मैं 15 सालों से सांसद हूं, पहले जब दोनों देशों के रिश्ते अच्छे थे तब कुछ लोगों से संपर्क थे, लेकिन कई सालों से पाकिस्तान में किसी से कोई संपर्क नहीं है.

पाकिस्तान से पहले से आ रहे हैं आम

आम कूटनीति कोई नई बात नहीं है, 1981 में पाकिस्तानी राष्ट्रपति जिया उल हक ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘अनवर रटौल’ आमों की एक टोकरी भेजी थी. इसके बाद 2015 में ईद के मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी सहित कई और नेताओं को 10 किलो आम भेजे थे. आम को भारत और पाकिस्तान में राष्ट्रीय फल माना जाता है और पूरी दुनिया में भारत और पाकिस्तान से आमों का निर्यात होता है.

आतंकी हमलों के चलते खराब हुए रिश्ते

पिछले कुछ सालों में देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में पाक का नाम आया है. पुलवामा, पठानकोट, उरी आदि हमलों में पाकिस्तान का हाथ होने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से व्यापार और अन्य रिश्तों को सीमित कर दिया है. कश्मीर में अस्थिरता के पीछे भी पाकिस्तान एक मुख्य कारण बना हुआ है.

Advertisements