दूध और दूध से बनने वाले प्रोडक्ट में मिलावट के कई मामले हमारे आसपास और शहर में सामने आ रहे हैं. ऐसे में हर घर में उपयोग के लिए जरूरी दूध की शुद्धता को लेकर हर व्यक्ति के मन में कई प्रश्न खड़े हो रहे हैं कि हम जो दूध खरीद रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं. यही स्थिति दूध के उत्पाद जैसे पनीर और मावा के साथ भी है. दूध हमारे दैनिक उपयोग की सबसे जरूरी वस्तुओं में से एक है. कई मिलावट खोर इसमें मिलावट करने के साथ ही नकली दूध भी बनाकर आम उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. लेकिन आम लोग भी अपने घर में आने वाले दूध एवं दुग्ध उत्पाद की शुद्धता और मिलावट की जांच कर सकते हैं.
“दूध की शुद्धता की जांच करने के लिए सबसे पहले उसके रंग, गंध, स्वाद से की जा सकती है. रंग और दूध के स्वाद में जरा भी परिवर्तन लगे तो दूध में मिलावट किए जाने की संभावना हो सकती है. दूध स्वाद में यदि खारा अथवा मीठा लगे तो उसमें मिलावट की संभावना हो सकती है. दूध में यदि तीव्रगंध आ रही है तो भी दूध में मिलावट हो सकती है.”
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
मिलावटी दूध पहचानने का तरीका
दूध की थोड़ी सी मात्रा लेकर उसे यदि कांच अथवा प्लास्टिक की पॉलिथिन पर कुछ बूंद टपका कर सतह को झुकाए जाने पर दूध की बूंदें सफेद लकीर छोड़ती हैं तो दूध बिना मिलावट का है. लेकिन यदि दूध की बूंद लकीर नहीं छोड़ती या पानी जैसी पारदर्शी लाइन बनाती है तो इसका मतलब दूध में मिलावट की गई है. दूध को दो बर्तनों में लेकर फेंटने पर यदि अधिक मात्रा में झाग बनते हैं तो भी दूध में मिलावट की गई है. दूध यदि हाथ की उंगलियों पर लेने में अधिक चिपचिपा महसूस होता है तब उसमें मिलावट पाई जा सकती है.