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आर्मी चीफ मनोज पांडे को मिला एक महीने का एक्सटेंशन, ओवैसी ने लगाया साजिश का आरोप

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे  का कार्यकाल 31 मई को खत्म होने वाला था. लेकिन इससे पहले ही केंद्र सरकार ने उन्हें 1 महीने का सेवा विस्तार दिया है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमें कोई साजिश हो सकती है.

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असदुद्दीन औवेसी ने सोशल मीडिया X पर लिखा है,

“चुनाव प्रचार के दौरान सेना प्रमुख के कार्यकाल का विस्तार उचित नहीं है. नरेंद्र मोदी सरकार को उनके कार्यकाल के बारे में अच्छी तरह से पता था तो सेवा विस्तार की घोषणा पहले ही कर देनी चाहिए थी.”

कौन हैं जनरल मनोज पांडे?

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मनोज पांडे ने स्टाफ कॉलेज केम्बरली (UK) से ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज, महू और दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज में हायर कमांड कोर्स में भी भाग लिया था. अपने कार्यकाल में उन्होंने ‘ऑपरेशन विजय’ और ‘ऑपरेशन पराक्रम’ में सक्रिय रूप से भाग लिया है. दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स में कमीशन दिया गया था. 30 अप्रैल 2022 को जनरल पांडे सेना प्रमुख के पद पर नियुक्त हुए थे.

26 मई को रक्षा मंत्रालय ने जनरल मनोज पांडे के सेवा विस्तार को मंजूरी दी. अब जनरल पांडे का कार्यकाल 30 जून 2024 तक बढ़ गया है. इससे पहले 1970 के दशक में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने थलसेना प्रमुख जनरल गोपाल गुरुनाथ बेवूर को सेवा विस्तार दिया था.

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