जबलपुर के कैंट थाना क्षेत्र में सेना के अधिकारी मेजर बी. विजय कुमार की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई। बुधवार सुबह करीब 11 बजे उनकी कार सदर बाजार स्थित इंडियन कॉफी हाउस के बाहर खड़ी मिली। राहगीरों ने देखा कि कार की ड्राइविंग सीट पर व्यक्ति दो घंटे तक बिना हिले-डुले बैठे रहे। इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
कार की पहचान करने पर पता चला कि उसमें बैठा व्यक्ति मिलिट्री हॉस्पिटल में पदस्थ मेजर बी. विजय कुमार थे, जो सेना में डॉक्टर के पद पर कार्यरत थे। उन्हें तुरंत एंबुलेंस से मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।
थाना प्रभारी पुष्पेंद्र पटले ने बताया कि मेजर मूल रूप से बेंगलुरु के निवासी थे और जबलपुर मिलिट्री अस्पताल परिसर में सरकारी बंगले में रहते थे। बुधवार को वे निजी काम से सदर बाजार आए थे, तभी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनकी मौत ड्राइविंग सीट में हो गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार का दरवाजा खुला हुआ था और मेजर काफी समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहे। राहगीरों को यह असामान्य लगा और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है ताकि घटना के हालात स्पष्ट किए जा सकें।
मृत्यु के बाद उनके परिवारजन बेंगलुरु से जबलपुर पहुंचे और शव परिजनों को सौंप दिया गया। मेजर बी. विजय कुमार के निधन से सैन्य कर्मियों और स्थानीय नागरिक समाज में शोक की लहर है। वे अपने सहयोगियों और मरीजों के बीच समर्पित अधिकारी के रूप में जाने जाते थे।
जांच अधिकारी बता रहे हैं कि फिलहाल यह मामला हार्ट अटैक का प्रतीत हो रहा है, लेकिन सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। उनका अचानक निधन जबलपुर में सेना और नागरिक समाज दोनों के लिए गहरा सदमा है। परिवारजन पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं।