पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है. समर्थकों को रोकने के लिए लगाए गए कंटेनर पर एक शख्स नमाज पढ़ रहा था, जब सेना के जवान ने उसे धक्का मारकर नीचे फेंक दिया. इसका एक वीडियो इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि जवान किस तरह शख्स को नमाज पढ़ते हुए ही धकेल देता है.
दरअसल, इमरान खान के समर्थक उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं और इसको लेकर वे इस्लामाबाद में सड़कों पर उतरे हैं. आलम ये है कि उन्हें रोकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार ने सेना को सड़क पर उतार दिया है, और उन्हें शूट-एट-साइट का आदेश दिया गया है. उन्हें डी-चौक तक मार्च करने से रोकने के लिए बड़े-बड़े कंटेनर लगा दिए गए हैं, जिसपर एक शख्स नमाज पढ़ रहा था. सेना के जवान ने उसे पहले धक्का दिया और फिर नीचे फेंक दिया.
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 13 नवंबर को अपने समर्थकों से 24 नवंबर को विरोध-प्रदर्शन की अपील की थी. उन्होंने हालिया आम चुनाव में हुई कथित धांधली, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के विरोध के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया था.
An innocent, unarmed protester was seen praying on a container when an armed paramilitary officer brutally pushed him off from a height equivalent to three stories. It remains unclear if he survived the fall. This horrifying act shows the sheer brutality and fascism of this… pic.twitter.com/gljC6W941D
— PTI (@PTIofficial) November 26, 2024
मसलन, अब सेना और पीटीआई समर्थकों के बीच बड़े स्तर पर झड़पें देखी जा रही हैं. बताया जा रहा है कि अबतक के विरोध-प्रदर्शनों में सुरक्षाबलों के कई जवान और पीटीआई के कार्यकर्ता मारे भी गए हैं. इसको लेकर इमरान खान और पीटीआई के अन्य नेताओं के खिलाफ आतंक-विरोधी कानून के तहत मामले भी दर्ज किए गए हैं.
डी-चौक क्यों जाना चाहते हैं पीटीआई समर्थक?
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान के समर्थक डी-चौक के लिए मार्च कर रहे हैं, जहां पास में ही पाकिस्तानी संसद स्थित है. इसी क्षेत्र में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का कार्यालय और सुप्रीम कोर्ट भी है. यह अब तक साफ नहीं है कि प्रदर्शनकारी डी-चौक पर डेरा डालने जाना चाहते हैं या फिर इस क्षेत्र तक मार्च करना चाहते हैं, लेकिन पीटीआई नेताओं की अपील है कि वे तब तक प्रदर्शन करें जब तक कि इमरान खान की रिहाई नहीं होती.