भोपाल: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने आबकारी विभाग के सोम डिस्टरलरीज पर कार्यवाही के आदेश के बाद सवाल उठाए है. उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि मासूम बचपने को कत्ल करने की सज़ा सिर्फ 20 दिन. उन्होंने आगे लिखा कि प्रदेश में 59 लाड़ले-लाड़लियों से सोम डिस्टरलरीज में बालश्रम करवा रहे थे, लेकिन खानापूर्ति के लिए सोम डिस्टरलरीज़ के लाइसेंस को सिर्फ 20 दिन के लिए निलंबित किया। यह कैसा न्याय है?
अरुण यादव ने आगे लिखा कि साथ ही सरकार ने अब तक 583 करोड़ रुपये की वसूली को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है और न ही सांठगांठ करने वाली बड़ी मछलियों (नेताओं-अधिकारियों) पर कोई कठोर कार्यवाही की है. अरुण यादव ने सरकार से मांग की है कि लाइसेंस को स्थाई रूप से निरस्त किया जाए. साथ ही तत्काल 583 करोड़ रुपये की वसूली करे और शराब कंपनी से सांठगांठ करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करे.