दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक बार फिर पंजाब पहुंचे हैं. वे होशियारपुर जिले के गांव आनंदगढ़ स्थित विपश्यना मेडिटेशन सेंटर में ध्यान करने पहुंचे हैं. केजरीवाल के होशियारपुर पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है. बीजेपी नेता ने VIP कल्चर पर तंज किया है कि इतनी गाड़ियां और सुरक्षा लेकर विपश्यना करने कौन जाता है.
#WATCH | Hoshiarpur, Punjab: AAP National Convenor Arvind Kejriwal arrives at the Guest house pic.twitter.com/G5K33bEDce
— ANI (@ANI) March 4, 2025
दिल्ली सरकार में मंत्री मनिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल, जो कभी वैगनॉर में आम आदमी होने का दिखावा करते थे, अब बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर, 100 से ज्यादा पंजाब पुलिस कमांडो, जैमर और एंबुलेंस के भव्य काफिले में एक VIP महाराज की तरह घूमते हैं, जो शांति के लिए विपश्यना कर रहे हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि अगर सत्ता ही उनकी परीक्षा थी, तो वे बुरी तरह विफल हो गए हैं. किस तरह की विपश्यना के लिए पंजाब के करदाताओं से पैसे लेकर भव्य सुरक्षा परेड की जरूरत होती है? यहां तक कि सीएम भगवंत मान भी काफिले में नहीं हैं. आप का सच सामने है, छल-कपट, पाखंड और वीआईपी अहंकार चरम पर है.
‘इतना डर लगता है?’
सांसद स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा, “जिस पंजाब की जनता ने इतना प्यार दिया उससे इतना डर लगता है केजरीवाल जी को? सारी दुनिया को VIP कल्चर पर टोकने वाले केजरीवाल जी आज खुद डोनाल्ड ट्रंप से बड़ा सुरक्षा घेरा लेकर घूम रहे हैं. ग़ज़ब ही है, कैसे पंजाब जैसे महान सूबे को सब ने अपने ऐश आराम के साधन निकालने का जरिया बना लिया है.
जिस पंजाब की जनता ने इतना प्यार दिया उससे इतना डर लगता है केजरीवाल जी को? सारी दुनिया को VIP कल्चर पर टोकने वाले केजरीवाल जी आज ख़ुद Donald Trump से बड़ा सुरक्षा घेरा लेकर घूम रहे हैं।
ग़ज़ब ही है… कैसे पंजाब जैसे महान सूबे को सबने अपने ऐश आराम के साधन निकालने का ज़रिया बना… pic.twitter.com/opK5ygMM2W
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) March 5, 2025
दिल्ली में 22 सीटों पर सिमटी AAP
2015 से 2024 तक दिल्ली की सत्ता में रहने वाली आम आदमी पार्टी हाल के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में से सिर्फ 22 सीटें ही जीत पाई. बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी का दबदबा खत्म कर दिया. अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती समेत AAP के कई बड़े नेता हार गए.
टूट सकते हैं पंजाब में AAP के विधायक?
हार के बाद पार्टी की दिल्ली इकाई संगठनात्मक बैठकें कर रही है. संयोजक गोपाल राय ने कहा कि चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले नेताओं को ही संगठन में जिम्मेदारी दी जाएगी. केजरीवाल का पंजाब दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस ने दावा किया है कि AAP के कई विधायक उसके पाले में आने को तैयार हैं.