राजस्थान फोन टैपिंग मामले मे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि गिरफ्तारी के तुरन्त बाद ही उन्हें जमानत भी मिल गई.
लोकेश शर्मा ने 21 नवंबर को सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी और कोर्ट से उनकी याचिका स्वीकार करते हुए अग्रिम जमानत दे भी दी. दरअसल दिल्ली पुलिस ने लोकेश शर्मा को नोटिस जारी करके कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था.
गजेंद्र शेखावत ने लगाए थे आरोप
पहले भी उनकी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक भी लगा रखी थी. बता दें कि इस मामले बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग के आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दी थी जिस पर मामला दर्ज हुआ था. इसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है.
लोकेश शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने ही फोन टैपिंग की सीडी को मीडिया में बंटवाया था. आज क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए बुलाया था लोकेश जहां फॉर्मल गिरफ्तारी हुई और फिर थाने से ही जमानत मिल गई.
लोकेश शर्मा कौन हैं?
अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वॉर रूम का सह-अध्यक्ष बनाया गया था. वो लंबे समय तक अशोक गहलोत के सहयोगी के तौर पर काम कर चुके हैं. जब चुनाव आयोग देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीख बता रहा था, कुछ ही देर बाद 9 अक्टूबर, 2023 को ही लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस का नोटिस मिला था. जिस फोन टैपिंग केस की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है, उसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने दर्ज करायी है. दिल्ली पुलिस ने 25 मार्च, 2021 को एफआईआर दर्ज किया था.