अश्विनी वैष्णव ने स्टारलिंक का किया वेलकम, बोले- रिमोट एरिया में रेलवे प्रोजेक्ट के लिए यूजफुल

रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने की तैयारी कर रहे स्पेसएक्स के स्टारलिंक का स्वागत किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अश्विनी वैष्णव ने पोस्ट किया, स्टारलिंक, भारत में आपका स्वागत है! सुदूर क्षेत्र की रेलवे परियोजनाओं के लिए उपयोगी होगा.

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उनका यह बयान भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में प्रमुख घटनाक्रमों के बीच आया है, जिसमें जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड और भारती एयरटेल लिमिटेड दोनों ने स्टारलिंक की सेवाओं को एकीकृत करने के लिए स्पेसएक्स के साथ साझेदारी की घोषणा की है.

समझौते भारत के दो सबसे बड़े दूरसंचार प्रदाताओं, मुकेश अंबानी समर्थित जियो और सुनील मित्तल द्वारा नियंत्रित भारती एयरटेल के लिए एक रणनीतिक बदलाव का संकेत देते हैं, जिन्होंने पहले स्पेक्ट्रम आवंटन पर चिंताओं के कारण स्टारलिंक के प्रवेश का विरोध किया था. हालांकि, उनके नए गठबंधन भारत के डिजिटल भविष्य में स्टारलिंक की भूमिका को मान्यता देने का संकेत देते हैं.

स्टारलिंक को लेकर केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान

हालांकि साझेदारी अभी भी विनियामक अनुमोदन के अधीन है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के संदेश में परिलक्षित सरकार का सकारात्मक रुख भारत के संचार ढांचे में स्टारलिंक के एकीकरण के लिए एक आसान रास्ता दर्शाता है.

उपग्रह सेवा से रेलवे कनेक्टिविटी को बढ़ाने, बेहतर डिजिटल बुनियादी ढांचे को सक्षम करने और ग्रामीण विकास के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी पहलों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है.

इन कंपनियों ने स्टारलिंक के साथ साझेदारी की घोषणा की

बता दें कि भारती एयरटेल लिमिटेड और जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड स्टारलिंक की सेवाओं को एकीकृत करने के लिए स्पेसएक्स के साथ समझौते की घोषणा की है. एयरटेल और स्पेसएक्स एयरटेल के रिटेल स्टोर्स में स्टारलिंक उपकरण, बिजनेस ग्राहकों को एयरटेल के माध्यम से स्टारलिंक सेवाएं, समुदायों और स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ने के अवसर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने की संभावना है. यहां तक कि भारत के सबसे ग्रामीण हिस्सों में भी कई अन्य चीजों की पेशकश करने की संभावनाएं तलाशेंगे.

कंपनी की ओर से कहा गया है कि एयरटेल और स्पेसएक्स यह भी पता लगाएंगे कि स्टारलिंक एयरटेल नेटवर्क का विस्तार और वृद्धि करने में कैसे मदद कर सकता है. साथ ही स्पेसएक्स की भारत में एयरटेल के ग्राउंड नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षमताओं का उपयोग करने और लाभ उठाने की क्षमता भी क्या है.समझौते भारत के दो सबसे बड़े दूरसंचार प्रदाताओं, मुकेश अंबानी समर्थित जियो और सुनील मित्तल द्वारा नियंत्रित भारती एयरटेल के लिए एक रणनीतिक बदलाव का संकेत देते हैं, जिन्होंने पहले स्पेक्ट्रम आवंटन पर चिंताओं के कारण स्टारलिंक के प्रवेश का विरोध किया था. हालांकि, उनके नए गठबंधन भारत के डिजिटल भविष्य में स्टारलिंक की भूमिका को मान्यता देने का संकेत देते हैं.

स्टारलिंक को लेकर केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान

हालांकि साझेदारी अभी भी विनियामक अनुमोदन के अधीन है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के संदेश में परिलक्षित सरकार का सकारात्मक रुख भारत के संचार ढांचे में स्टारलिंक के एकीकरण के लिए एक आसान रास्ता दर्शाता है.

उपग्रह सेवा से रेलवे कनेक्टिविटी को बढ़ाने, बेहतर डिजिटल बुनियादी ढांचे को सक्षम करने और ग्रामीण विकास के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी पहलों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है.

इन कंपनियों ने स्टारलिंक के साथ साझेदारी की घोषणा की

बता दें कि भारती एयरटेल लिमिटेड और जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड स्टारलिंक की सेवाओं को एकीकृत करने के लिए स्पेसएक्स के साथ समझौते की घोषणा की है. एयरटेल और स्पेसएक्स एयरटेल के रिटेल स्टोर्स में स्टारलिंक उपकरण, बिजनेस ग्राहकों को एयरटेल के माध्यम से स्टारलिंक सेवाएं, समुदायों और स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ने के अवसर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने की संभावना है. यहां तक कि भारत के सबसे ग्रामीण हिस्सों में भी कई अन्य चीजों की पेशकश करने की संभावनाएं तलाशेंगे.

कंपनी की ओर से कहा गया है कि एयरटेल और स्पेसएक्स यह भी पता लगाएंगे कि स्टारलिंक एयरटेल नेटवर्क का विस्तार और वृद्धि करने में कैसे मदद कर सकता है. साथ ही स्पेसएक्स की भारत में एयरटेल के ग्राउंड नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षमताओं का उपयोग करने और लाभ उठाने की क्षमता भी क्या है.

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