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आज संभल के कल्कि मंदिर पहुंची ASI टीम, कृष्ण कूप का किया सर्वे, मंदिर में बने गुंबद की ली तस्वीरें

संभल में भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की टीम आज कल्कि मंदिर पहुंची है. आज कल्कि मंदिर में सर्वे हो रहा है. संभल में कल ASI टीम ने पांच अलग- अलग लोकेशन का सर्वे किया था, जिसमें 19 कुएं और 5 तीर्थ शामिल थे.

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आज एएसआई की टीम ने संभल के कल्कि मंदिर में स्थित प्राचीन कृष्ण कूप का सर्वे किया. इसके अलावा, मंदिर के अंदर जाकर भी मंदिर के पुजारी के साथ सर्वे किया गया. टीम ने मंदिर के अंदर बने हुए गुंबद का भी फोटो कैप्चर किया है. स्थानीय प्रशासन के द्वारा सुरक्षा कारणों के चलते यह सर्वे गुपचुप तरीके से कराया गया.

इससे पहले शुक्रवार को एएसआई की टीम संभल के लाडम सराय स्थित मंदिर में एक प्राचीन इमारत से निकले हुए पत्थर का सर्वे करती हुए आज तक के कैमरे में कैद हुई थी. संभल में शुक्रवार को जिन 5 तीर्थ और 19 कूपों का ASI ने निरीक्षण किया वो इस प्रकार हैं-
भद्रकाश्रम
स्वर्गदीप
चक्रपाणि

प्राचीन तीर्थ श्मशान मंदिर

टीम ने क्षेत्र में मौजूद 19 प्राचीन कूपों की स्थिति और ऐतिहासिक महत्व का भी गहन अध्ययन किया गया. सूत्रों के अनुसार, ASI ने इस निरीक्षण के दौरान प्रशासन से आग्रह किया था कि इसे मीडिया कवरेज से दूर रखा जाए. संभल क्षेत्र अपने प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है. ASI की इस गतिविधि से इतिहास के नए पहलुओं पर प्रकाश डालने की उम्मीद की जा रही है.

उत्तर प्रदेश स्थित संभल में 14 दिसंबर को 46 साल पुराने मंदिर को खोले जाने के बाद जिलाधिकारी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद 4 सदस्यीय एएसआई टीम निरीक्षण के लिए संभल पहुंची. ASI की टीम के आने से पहले मंदिर के पास के कुएं के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई. मंदिर में पूजा-पाठ के बीच ASI की टीम पहुंची.

क्या बोले संभल के डीएम?
संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने शुक्रवार को बताया है कि मंदिर का सर्वेक्षण सुरक्षित तरीके से पूरा कर लिया गया है. संभल के प्राचीन कार्तिकेय मंदिर की कार्बन डेटिंग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा गुप्त तरीके से की गई. सुरक्षा कारणों से इस प्रक्रिया को मीडिया कवरेज से दूर रखा गया. चार सदस्यीय ASI टीम ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि निरीक्षण को गोपनीय रखा जाए. जिलाधिकारी संभल राजेंद्र पेंसिया के अनुसार, मंदिर का सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है.

46 साल से बंद था मंदिर

बता दें कि संभल में हिंसा के बाद जब उपद्रवियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो बिजली चोरी का मामला सामने आया था. 14 दिसंबर को पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब दीपा राय इलाके में चेकिंग के समय अचानक एक मंदिर मिल गया जो कि सन 1978 का बताया जा रहा है. यह मंदिर 46 सालों से बंद था. जो सपा सांसद के घऱ से 200 मीटर की दूरी पर था. इसके बाद 15 दिसंबर को मंदिर को खोला गया और वहां पूजा पाठ की गई. इसके बाद कुएं मिलने की जानकारी सामने आई और उसकी खुदाई कराई गई. वहीं, इसी बीच संभल के और इलाके सरायतरीन में भी मंदिर मिला.

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