एशिया कप 2025 में भारत और श्रीलंका के बीच 26 सितंबर (शुक्रवार) को खेला गया सुपर-चार मुकाबला टाई पर छूटा. इसके बाद सुपर ओवर में दोनों टीम्स की टक्कर हुई, जिसमें सूर्या ब्रिगेड ने जीत हासिल की. सुपर ओवर श्रीलंकाई टीम ने महज दो रन बनाए, जिसके चलते भारतीय टीम का काम आसान हो गया. भारत अब 28 सितंबर को होने वाले खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान का सामना करेगा.
भारत-श्रीलंका मैच में सुपर ओवर के दौरान विवादित पल भी देखने को मिला, जिसके इसके केंद्र में दासुन शनाका रहे. शनाका श्रीलंका की ओर से सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे. अर्शदीप सिंह ने ओवर की चौथी लीगल गेंद यॉर्कर फेंकी, जिस पर शनाका मात खा गए. भारतीय खिलाड़ियों ने कॉट बिहाइंड की अपील की, जिसके बाद अंपायर ने उंगली उठा दी. आउट दिए जाने के बावजूद शनाका रन लेने दौड़ पड़े, लेकिन गेंद पहले से ही संजू सैमसन के दस्तानों में थी. सैमसन ने स्टम्प पर थ्रो करके शनाका को रन आउट किया.
ऐसा लगा कि श्रीलंका की सुपर ओवर में इनिंग्स यहीं खत्म हो गई, लेकिन ऐसा नहीं था. जब दासुन शनाका को पता चला कि अंपायर ने उन्होंने कैच आउट दिया है तो उन्होंने रिव्यू लेने का फैसला किया. अल्ट्राएज ने दिखाया कि बल्ले से गेंद का कोई संपर्क नहीं हुआ था. फैसला पलट गया और शनाका क्रीज पर लौट आए. मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के लॉ 20.1.1.3 के अनुसार जैसे ही बल्लेबाज को आउट दिया जाता है, गेंद डेड हो जाती है. इस कारण संजू सैमसन ने जो रन आउट किया, वो मान्य नहीं हुआ क्योंकि अंपायर उससे पहले ही उंगली खड़ी कर चुके थे.
सनथ जयसूर्या ने नियमों पर उठाए सवाल
अब श्रीलंकाई टीम के हेड कोच सनथ जयसूर्या ने सुपर ओवर विवाद के बाद नियमों को लेकर सवाल उठाए हैं. जयसूर्या ने कहा कि विवाद की वजह ये नियम ही हैं. जयसूर्या ने का मानना है कि नियमों में और सुधार होना चाहिए.
सनथ जयसूर्या ने मैच के बाद कहा, ‘नियमों के मुताबिक पहला फैसला ही मान्य होता है. शनाका को आउट दिया गया तो गेंद डेड बॉल हो गई. बाद में जब रिव्यू में फैसला पलटा तो वही गिना गया. लेकिन मुझे लगता है कि इस तरह की स्थितियों से बचने के लिए नियमों में सुधार करने की जरूरत है.’
श्रीलंका की ओर से शतकवीर पथुम निसंका सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने नहीं आए, जिसे लेकर खूब चर्चा हुई. सनथ जयसूर्या ने बताया कि निसंका को पिछले दो मैचों में हैमस्ट्रिंग और ग्रोइन में चोट लगी थी, जिसके चलते वो परेशानी में थे. जयसूर्या के मुताबिक इसलिए टीम ने जोखिम नहीं लिया और उनकी जगह लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन आजमाया गया.