मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एशिया की दूसरी सबसे बड़ी लाल मिर्च की मंडी है. यह मंडी जिले के बेड़िया इलाके में स्थित है. इस मंडी में लाल मिर्च बेचने और खरीदने के लिए देशभर के अलग-अलग हिस्सों से किसान पहुंचते है. बेड़िया मिर्च मंडी विशेष तौर पर निमाड़ी लाल के लिए विश्व प्रसिद्ध है. हर लाल यहां लाखों क्विंटल लाल मिर्च आती है, जो कि देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में एक्सपोर्ट होती है.
बेड़िया मंडी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी लाल मिर्च की मंडी है. यह मंडी करीब 21 एकड़ में फैली हुई है. मिर्च की नई फसलों के आते ही किसान बड़ी संख्या में मंडी में व्यापारियों को अपनी लाल मिर्च बेचते है. बताया जा रहा है कि इस साल अक्टूबर तक 77,507 क्विंटल मिर्च मंडी तक पहुंच चुकी है. इस मंडी में देश के अलग-अलग हिस्सों से लाल मिर्च के किसान पहुंचते है. इस मंडी में 400 से अधिक व्यापारी है, जो किसानों से उनकी मिर्च को खरीदते है.
1 हजार मजदूर करते काम
वहीं, अलग-अलग राज्य से आने वाले व्यापारियों की संख्या भी कम नहीं है. हर साल महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात से 15 से अधिक व्यापारी इस मंडी में पहुंचते हैं.अकेले खरगोन जिले में ही करीब 50 हजार हेक्टेयर में निमाड़ मिर्च की खेती होती है. इस मंडी से करीब एक हजार मजदूर काम करते है. जिससे उनका जीवन यापन हो रहा है. किसान पहले लाल मिर्च को खरीदते है. वहीं, बाद में सफाई करवाकर उसे देश-विदेश में भेज देते है.
सबसे बड़ी लाल मिर्च मंडी
एशिया की पहली सबसे बड़ी मिर्च मंडी की बात करे तो, वह आंध्र प्रदेश के गुंटूर शहर में है. गुंटूर की मंडी को मिर्ची यार्ड भी कहा जाता है. इस मंड़ी में आने वाली लाल मिर्चों का निर्यात कनाडा, यूरोप और एशिया के कई देशों में किया जाता है. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की और आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की लाल मिर्च की मांग पूरे देश में हैं.