महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची चुनाव आयोग की टीम ने अपना दौरा पूरा कर लिया है. दो दिवसीय दौरे के दौरान निर्वाचन आयोग की टीम ने कई राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक कीं. चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले चुनाव कराना होगा, क्योंकि नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है.
महाराष्ट्र की स्थिति की समीक्षा करने के बाद चुनाव आयोग ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी दी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हम यहां आपको आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग की तैयारियों के बारे में जानकारी देने आए हैं. हमने पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की. हम सभी कानून प्रवर्तन अधिकारियों संग बैठक की. हमने उन्हें कई निर्देश दिए हैं.
हफ्ते के बीच में होगा मतदान: EC
हम बीएसपी, आप, एनसीपी, एनसीपी (एसपी), एनसीपी, शिवसेना, यूबीटी सेना, एमएनएस, बीजेपी, कांग्रेस, कुल 11 पार्टियों से मिले. उन्होंने हमें दिवाली, छठ पूजा है और त्योहारों को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाने की सलाह दी है. राजनीतिक दलों ने हफ्ते के बीच में मतदान करने की भी मांग की है. बूथ पर फोन रखने की सुविधा हो. उन्होंने यह भी कहा कि मतदान केंद्र पर मोबाइल फोन लाने से असुविधा हो रही है. ट्रांसफर पोस्टिंग की जाए. साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए परिवहन उपलब्ध कराया जाना चाहिए. बूथ पर पोलिंग एजेंट स्थानीय व्यक्ति ही होना चाहिए, क्योंकि उन्हें सबके बारे में जानकारी होती है. फेक न्यूज पर नजर रखनी चाहिए.
‘लोकतंत्र में सभी की भागीदारी जरूरी’
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह भी कहा, “लोकतंत्र में सभी की भागीदारी जरूरी है… महाराष्ट्र में 1 लाख 186 मतदान केंद्र हैं. 42,558 शहरी बूथ और 57,600 ग्रामीण बूथ हैं… हम शहरी क्षेत्रों में 100% बूथों पर CCTV कवरेज सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में भी हम 50% से अधिक बूथों को CCTV से कवर करने का प्रयास करेंगे… 350 बूथों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया जाएगा, 299 बूथों का प्रबंधन दिव्यांगों द्वारा किया जाएगा और 388 बूथों का प्रबंधन केवल महिलाओं द्वारा किया जाएगा.”
आयोग ने कहा कि विधानसभा की 288 सीटों के लिए 9.59 करोड़ वोटर हैं. जिसमें से 49 हजार 39 मतदाता सौ साल से ऊपर की उम्र के हैं. साथ ही महाराष्ट्र में महिला वोटरों की संख्या में 22 फीसदी का इजाफा हुआ है.
महाराष्ट्र में तीन बड़े और प्रमुख आदिवासियों में शत प्रतिशत को वोटर लिस्ट में शामिल कर लिया गया है. दिव्यांग और वृद्ध मतदाता बूथ अधिकारियों को सक्षम एप के जरिए अपने आने की सूचना दे सकते हैं, जिससे उनको प्राथमिकता के आधार पर सुविधा मुहैया कराते हुए वोट डालने की सुविधा प्रदान की जाएगी.
वहीं, दूर-दराज और दुर्गम इलाकों के मतदाताओं को पहले मतदाता सूची में शामिल करना फिर वोट दिलवाना हमारी जिम्मेदारी है. कम मतदान फीसद वाले बूथ पर मतदान प्रतिशत बढ़े इसके लिए भी सब कोशिश करेंगे. यानी कोलाबा, कल्याण, कुर्ला, मुंबा देवी आदि हमारे फोकस एरिया हैं. आपको कश्मीर के डोडा रियासी वैष्णो देवी, बस्तर और गढ़ चिरौली से अपनी तुलना करनी चाहिए. वहां मतदान फीसद 75 पार कर सकता है तो कल्याण, कोलाबा, कुर्ला क्यों नहीं!
‘पेड होगा चुनाव हॉलीडे’
आयोग ने ये भी कहा कि मतदान वाले दिन पेड हॉलीडे होगा. इस बारे में इंडस्ट्रियल एरिया में सभी उद्योगपतियों और प्रबंधन को जानकारी दे दी जाएगी. साथ ही सख्ती से इसका पालन करना होगा.