प्रयागराज: नैनी जेल में अतीक का बेटा अली अहमद ‘फांसी घर’ में किया गया शिफ्ट, हाई सिक्योरिटी बैरक में होगी 24 घंटे निगरानी; कैश मिलने के बाद एक्शन

प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल सुरक्षा के दृष्टिगत काफी तगड़ी मानी जाती है, लेकिन इसकी सुरक्षा पर सवाल तब उठा जब बीते दिनों डीआईजी राजेश श्रीवास्तव ने इसका औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जेल में बंद अली अहमद के बैरक की जांच की गई तो उसके पास से नगदी बरामद हुई. अली माफिया अतीक अहमद का बेटा है. साथ ही उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी भी है.

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उसकी बैरक से नगदी बरामद होने पर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सिक्योरिटी में तैनात डिप्टी जेलर कांति देवी और जेल वार्डर संजय द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश भी दे दिए गए.

इतना ही नहीं कैश बरामद होने के बाद जेल प्रशासन ने सख्ती करते हुए अली अहमद को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट करने का फैसला किया है. बताया जाता है कि यह हाई सिक्योरिटी सेल दूसरी बैरकों से काफी दूर है. इसे ‘फांसी घर’ वाली बैरक भी कहा जाता है. इसकी सुरक्षा की बात करें तो इसके पूरे रास्ते में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और यहां पर चार सुरक्षाकर्मी और कुछ नंबरदारों की ड्यूटी 24 घंटे रहती है.

गौरतलब है कि इस हाई सिक्योरिटी सेल यानी ‘फांसी घर’ में कभी फांसी देने से पहले दोषियों को एक दिन रखा जाता था. जानकारी के मुताबिक, अब तक यहां 14 लोगों को फांसी दी गई है. लेकिन अब फांसी पर रोक के बाद इस जगह को कम इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, इस बैरक में कुछ अहम बंदियों को रखा जाता है. इस हाई सिक्योरिटी बैरक में माफिया अतीक अहमद के बेटे अली को शिफ्ट किया जाएगा.

आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद का बेटा अली नैनी की सेंट्रल जेल में 30 जुलाई 2022 से बंद है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अली की मुलाकात अन्य लोगों से बंद हो चुकी है. बैरक में अली से केवल उसके अधिवक्ता ही मिल सकते हैं. इसी बैरक में अली के पास से 1100 रुपये नगद बरामद हुए, जिसके बाद ये एक्शन लिया गया.

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