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दिल्ली चुनाव: नामांकन से पहले विवादों में आतिशी का चुनावी कैंपेन, सरकारी गाड़ियों को लेकर FIR

चुनावी गहमागहमी के बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (Atishi) पर आचार संहिता के उल्लंघन में FIR दर्ज की गई है. कोड ऑफ कंडक्ट के आरोप में रिटर्निंग अफसर ने सीएम आतिशी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है. इसके साथ ही आतिशी पर यह भी आरोप लगा है कि उन्होंने निजी कार्यालय के लिए सरकारी व्हीकल का प्रयोग किया.

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दर्ज करवाई गई शिकायत में कहा गया है कि चुनाव के ऐलान के बाद 7 जनवरी को करीब 02:30 बजे PWD के सरकारी वाहन, निजी चुनाव कार्यालय पर चुनाव से जुड़े काम के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा.

आतिशी की विधानसभा सीट कालकाजी के रहने वाले केएस दुग्गल ने गोविंदपुरी SHO को भी शिकायत दी. कालकाजी से विधायक आतिशी को इस हाई-प्रोफाइल सीट से फिर से टिकट दिया गया है. बीजेपी ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को कालकाजी से मैदान में उतारा है.

5 फरवरी को वोटिंग

दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा, जबकि 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. सत्तारूढ़ AAP ने 2015 और 2020 के चुनावों में 67 और 62 सीटों के साथ जीत हासिल की और राजधानी में हैट्रिक बनाने का लक्ष्य रखा है. चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है. वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है.

केजरीवाल सरकार ने किया लोगों के लिए काम: सीएम

पिछले दिनों मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि AAP की ईमानदार राजनीति सकारात्मक थी कि हमने कॉरपोरेट्स या पूंजीपतियों से पैसा नहीं मांगा. सबसे बड़ी समस्या यह है कि उम्मीदवार और पार्टियां बड़े दिग्गजों से फंड लेती हैं और फिर उनके लिए काम करती हैं और कॉन्ट्रैक्ट के रूप में भुगतान करती हैं. लेकिन केजरीवाल सरकार ने आम लोगों के लिए काम किया, क्योंकि वे हमें लड़ने में मदद करते हैं. अगर हमने दिग्गजों से पैसा लिया होता तो हम मुफ्त पानी, बिजली, मोहल्ला क्लीनिक और शिक्षा नहीं दे पाते.

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