वाराणसी : बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार एवं हिंसा को रोकने की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठन एवं भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पद यात्रा निकालकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं साधु संत भी शामिल हुए. जो जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देकर समाप्त हुआ.
वाराणसी के नदेसर से जिला मुख्यालय तक मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी एवं हिंदूवादी नेताओं ने बांग्लादेश की घटना पर विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन किया. बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार को रोकने के लिए वाराणसी में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया.
वाराणसी महापौर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि बांग्लादेश की घटना के बारे में बताया कि इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए उतना ही काम है. बांग्लादेश में हिंदुओं को मारा पीटा जा रहा है. इस्कॉन के मंदिर के पुजारी को जबरदस्ती गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
वहां पर हिंदू व्यवसाय परिवार एवं समुदाय को लोगों को मारा पीटा जा रहा है जो अति निंदनीय है. उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में भी हिंदू एक रहे और सेफ रहे, बटेंगे तो कटेंगे. मेयर अशोक तिवारी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह जो छद्म तरीके के नेता हैं, जो छोटी-छोटी बातों पर अपनी टिप्पणी देते हैं पर बांग्लादेश में इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी एक शब्द नहीं बोल रहे हैं.
वाराणसी जिला अध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि आज काशी में हिंदूवादी संगठन के नेताओं द्वारा बांग्लादेश की घटना का विरोध किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश को चेताया जा रहा है कि अगर तुम नहीं माने तो पछताओगे, हमारे अंग हो हमी में मिल जाओगे.
संभल की घटना पर अखिलेश यादव के बयान का जवाब देते हुए हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है, दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। सभी को पता है कि प्रदेश में दंगा करने का काम कौन करता है.