लखनादौन : सिवनी जिले के लखनादौन तहसील में स्थित धनककड़ी उपस्वास्थ्य केंद्र में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. अस्पताल परिसर में निवास करने वाली स्टाफ नर्स पर हमला हुआ, और उसे जान से मारने की धमकी दी गई.
घटना की जानकारी :
यह घटना उस समय हुई जब स्टाफ नर्स अपनी ड्यूटी के दौरान पानी भर रही थी.प्राप्त जानकारी के अनुसार, अस्पताल के पास रहने वाले कुमेश चक्रवर्ती और उनके भाई मिन्तु चक्रवर्ती ने शराब के नशे में अस्पताल परिसर में प्रवेश किया और नर्स के साथ गाली-गलौज व अभद्र व्यवहार किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला सिवनी जिले के लखनादौन विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाले उपस्वास्थ्य केंद्र धनककड़ी का है जो आसपास के 10 से 12 गांव का सेंटर प्वाइंट भी है.यहां 24 घंटे अपनी ड्यूटी करने वाली स्टाफ नर्स हॉस्पिटल परिसर में निवास करती है.
स्टाफ नर्स ने आरोप लगाया कि जब शाम को पीने के लिए उनके पास पानी नहीं था तो उन्होंने पानी का टैंकर अपने स्वयं की व्यय से बुलवाया जब वह अपने बर्तनों में पानी भर रही थी तब अस्पताल के बाजू में रहने वाले कुमेश चक्रवर्ती पिता मानसिंह चक्रवर्ती और उसका भाई मिन्तु चक्रवर्ती शराब के नशे की हालत में अस्पताल परिसर के अंदर प्रवेश किया और स्टाफ नर्स के साथ गाली गलौज करने लगे.
उनकी बातों को सुनकर नर्स के द्वारा कहा गया कि आपके द्वारा जो अस्पताल के बाजू में सेफ्टी टैंक का गड्ढा खोदा गया है वह शासकीय भूमि अस्पताल परिसर की है इस पर आपने अतिक्रमण किया हुआ है.
तब इस बात को लेकर कुमेश चक्रवर्ती और उसका भाई मिन्तु चक्रवर्ती ने स्टाफ नर्स के ऊपर हमला कर दिया और शासकीय संपत्ति की तोड़फोड़ करने लगे और स्टाफ नर्स के साथ झूमा झपटी करने लगे. नर्स और उसके परिवार ने जान से मारने की धमकी का भी आरोप लगाया.
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल:
स्टाफ नर्स ने पुलिस को फोन किया, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की.नर्स के बयान दर्ज कर पुलिस चली गई. बाद में नर्स को अपने परिवार के साथ धूमा थाने में रात 11:30 बजे एफआईआर दर्ज करानी पड़ी.
अस्पताल परिसर के आसपास अवैध शराब बिकने की शिकायतें पहले भी आ चुकी हैं.नशे में धुत लोग अक्सर अस्पताल कर्मचारियों के साथ अभद्रता करते हैं।और यदि कर्मचारियों के द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो उप स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी के साथ मारपीट करने को उतारू होते हैं.
नर्स के परिवार ने लगाया आरोप…
पीड़ित नर्स के परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.उनका कहना है कि तीन महीने पहले सीसीटीवी कैमरे लगाने और परिसर का सीमांकन कराने के आदेश दिए गए थे.लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. इस घटना ने स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.अगर अस्पतालों में कार्यरत महिलाएं ही सुरक्षित नहीं हैं, तो यह चिंता का विषय है.