ऑपरेशन सिंदूर पर सेना ने सोमवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमने पाकिस्तान के न्यूक्लियर ठिकाने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है. सैटेलाइट इमेजरी में सरगोधा में मुशफ एयरबेस के रनवे पर हमला दिखाया गया था, जो कथित तौर पर किराना हिल्स के नीचे अंडरग्राउंड न्यूक्लियर स्टोरेज से जुड़ा हुआ था. इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि बेस पर भेदने वाले हथियारों से पाकिस्तान के इस परमाणु ठिकाने को भी निशाना बनाया गया है.
किराना हिल्स पर नहीं किया हमला
जब एयर मार्शल एके भारती से पूछा गया कि क्या भारत ने किराना हिल्स पर हमला किया है? तो उन्होंने कहा, ‘हमें यह बताने के लिए धन्यवाद कि किराना हिल्स में कुछ न्यूक्लियर स्टोरेज हैं, हमें इसके बारे में पता नहीं था. हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है, चाहे वहां कुछ भी हो और न ही बीते दिन की ब्रीफिंग में हमारी ओर से ऐसा कुछ बताया गया था.’
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन (DGAO) एयर मार्शल एके भारती ने इस बात को कंफर्म कर दिया है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के किराना हिल्स न्यूक्लियर ठिकाने को निशाना नहीं बनाया है. भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 11 एयरबेस को टारगेट कर तबाह कर दिया है, जिनमें सरगोधा से लेकर नूर खान जैसे अहम सैन्य ठिकाने शामिल हैं.
#OperationSindoor | Delhi: When asked if India hit Kirana Hills, Air Marshal AK Bharti says, "Thank you for telling us that Kirana Hills houses some nuclear installation, we did not know about it. We have not hit Kirana Hills, whatever is there." pic.twitter.com/wcBBVIhif1
— ANI (@ANI) May 12, 2025
एके भारती ने इस दौरान कहा कि हमारे सभी मिलिट्री बेस, सिस्टम पूरी तरह से ऑपरेशनल हैं और भविष्य में जरूरत पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हमने जो फोटो दिखाए हैं उनसे जाहिर होता है कि तुर्की के ड्रोन हों, या फिर कहीं और के भी ड्रोन हों, हमारे काउंटर ट्रोन सिस्टम पूरी तरह से सक्षम हैं. साथ ही ड्रोन को काउंटर करने की जो हमारी स्वदेशी टेक्नोलॉजी है, उसने दिखा दिया है, हम किसी भी तकनीकी को काउंटर कर सकते हैं, आपने तस्वीरों में हश्र देख भी लिया होगा.
किराना हिल्स क्यों है अहम?
किराना हिल्स में अंडरग्राउंड फैसिलिटी सरगोधा एयरबेस से लगभग 8 किमी दूर स्थित है. करीब 70 वर्ग किमी के दायरे में फैली इस फैसिलिटी के पूरे इलाके को पाकिस्तान सरकार ने कब्जा कर रखा है. यह इलाके किसी भी तरह से संकट से पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता था. इस ठिकाने से सड़क, रेल और एयर ट्रांसपोर्ट सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है. दुनिया ने इस जगह के बारे में तब जाना जब अमेरिकी सैटेलाइट ने 1990 के आसपास पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे न्यूक्लियर टेस्ट की तैयारियों को पकड़ा. हालांकि अमेरिका के ऐतराज के बाद ये टेस्ट रद्द कर दिए गए थे. लेकिन फिर भी ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियार यहां छिपाकर रखे हैं.
सेना ने कल जारी की थीं तस्वीरें
सेना ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को पाकिस्तान की कई जगहों पर एयर डिफेंस रडारों, एयरबेस और अन्य सैन्य ठिकानों को हुए हुए नुकसान के फोटो दिखाए थे. एयर मार्शल भारती ने पुष्टि करते हुए कहा था कि ऑपरेशन के दौरान पसरूर, चुनियन और आरिफवाला में एयर डिफेंस रडार तबाह किए गए हैं.
भारतीय वायु सेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 11 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसके बाद सैटेलाइट तस्वीरों से इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्राउंड पर काफी नुकसान होने की पुष्टि हुई है. इनमें रफ़ीकी, मुरीदके, चकलाला, रहीम यार खान, सकर, चुनियन, पसरूर और सियालकोट में रडार सेंटर, कमांड और कंट्रोल सेंटर और गोला-बारूद डिपो शामिल थे.