फर्जी जन्म प्रमाणपत्र लगाकर पासपोर्ट बनवाने की कोशिश, जांच मे जुटी पुलिस

गोंडा : जिला महिला अस्पताल गोंडा के नाम से बने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के जरिए पासपोर्ट बनवाने की कोशिश का मामला सामने आया है. आरोपी ने मुंबई से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था, लेकिन दस्तावेजों के सत्यापन में फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. अब इस मामले में मुंबई पुलिस को रिपोर्ट भेज दी गई है.

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जानकारी के अनुसार, जिले के बरौली निवासी हजरत अली ने पासपोर्ट बनवाने के लिए मुंबई में आवेदन किया था. आवेदन के साथ उन्होंने जिला महिला अस्पताल, गोंडा से जारी बताया गया जन्म प्रमाणपत्र भी लगाया. प्रमाणपत्र पर 3 मई 1991 को जन्मतिथि और 20 जनवरी 2025 को प्रमाणपत्र जारी होने की तिथि दर्ज थी.

मुंबई के ठाणे (चेंबूर) के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सदानंद राणे ने दस्तावेजों की जांच के लिए जिला महिला अस्पताल गोंडा से संपर्क किया। जांच में सामने आया कि प्रमाणपत्र पर दर्ज पंजीकरण संख्या और कोड ‘90347’ गोंडा जिले के किसी भी अस्पताल से मेल नहीं खाता. सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने इसे पूरी तरह फर्जी करार देते हुए बताया कि यह प्रमाणपत्र अधिकृत वेबसाइट से जारी नहीं है और इसकी शैली भी भिन्न है.

डॉ. वर्मा ने बताया कि जिले में जन्म-मृत्यु पंजीकरण की पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाती है. मामले की पूरी जांच कर रिपोर्ट मुंबई पुलिस को भेज दी गई है और पासपोर्ट के लिए फर्जी दस्तावेज देने वाले से पूछताछ कर, दस्तावेज जारी करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की सिफारिश की गई है.

गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर 2022 में भी गोंडा पुलिस ने फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसमें गोंडा व बस्ती के तीन आरोपी पकड़े गए थे. ये आरोपी कई राज्यों में फर्जी पोर्टल के जरिए प्रमाणपत्र बनाने की बात स्वीकार कर चुके हैं.

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे केवल अधिकृत माध्यमों से ही प्रमाणपत्र बनवाएं और किसी अनधिकृत एजेंट या वेबसाइट से सावधान रहें।

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