सूरजपुर: जिले में तहसीलदार संजय राठौर का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया. इस ऑडियो में कथित तौर पर पैसे के लेनदेन को लेकर बातचीत होने का दावा किया जा रहा है. देखते ही देखते यह ऑडियो चर्चा का विषय बन गया और लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएँ शुरू हो गईं.
लेकिन इस पर तहसीलदार संजय राठौर ने मोर्चा संभालते हुए साफ-साफ कहा है कि वायरल हुआ ऑडियो उनकी आवाज बिल्कुल नहीं है. उन्होंने इसे “डिजिटल युग की शरारत” बताते हुए कहा– मैंने भी अपने स्तर पर यह ऑडियो सुना है. इसमें मेरी आवाज नहीं है, न ही मैंने कभी ऐसा आदेश दिया और न ही इस तरह की कोई बातचीत की है. यह सब मेरी छवि खराब करने और बदनाम करने की सोची-समझी साजिश है.
राठौर ने आगे यह भी दावा किया कि इस पूरे मामले में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करके ऑडियो को फर्जी तरीके से तैयार किया गया है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब इस मामले की गहराई से तकनीकी जांच होगी. इसके लिए संबंधित स्रोतों से जानकारी मांगी गई है, ताकि सच सामने आ सके.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस संबंध में वे पुलिस अधीक्षक (एसपी) को लिखित शिकायत देंगे और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करेंगे. तहसीलदार ने विश्वास जताया कि जांच के बाद सच सबके सामने आ जाएगा और जो लोग इस साजिश के पीछे हैं, उनका चेहरा भी बेनकाब होगा.
अब देखना यह होगा कि वायरल ऑडियो की सच्चाई क्या निकलती है और प्रशासन इसकी जांच किस दिशा में आगे बढ़ाता है. लेकिन इतना तय है कि इस ऑडियो ने तहसील से लेकर जिले तक सुर्खियां बटोर ली हैं और लोगों में कौतूहल बना हुआ है.