चाची ने भतीजे संग किया ऐसा कांड, लोग बोले- अपने बच्चों को कभी इस घर में नहीं भेजेंगे

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. भुता थाना क्षेत्र के म्युडी खुर्दकला गांव में चाची ने अपने ही भतीजे को चाकू घोंप दिया, जिससे उसकी जान चली गई. वजह वही, पुरानी पुश्तैनी जमीन का बंटवारा. लेकिन इस बार यह झगड़ा इतना खौफनाक मोड़ ले लेगा, किसी ने सोचा तक न था.

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शाम को जब उमाकांत काम खत्म कर घर लौट रहा था. तब उसकी चाची अनिता देवी अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थी. जैसे ही उमाकांत उसके दरवाजे के सामने से गुजरा तो चाची ने अचानक उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया.

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उमाकांत को संभलने तक का मौका नहीं मिला. कुछ ही सेकंड में वह लहूलुहान होकर वहीं जमीन पर गिर पड़ा. उमाकांत की चीख सुनकर आसपास के लोग और उसके परिजन दौड़े आए. खून से सने उमाकांत को तुरंत उठाया और नजदीकी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. यह सुनकर परिवार में कोहराम मच गया. मां-बाप और भाई-बहन बिलख-बिलखकर रोने लगे.

फोरेंसिक टीम ने जुटाए सबूत

घटना की सूचना मिलते ही भुता थाने की पुलिस, सीओ फरीदपुर संदीप सिंह और फोरेंसिक टीम गांव पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया. फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने खून के नमूने, चाकू के निशान और आसपास के हालात का बारीकी से मुआयना किया. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

पूछताछ में चाची ने उगले राज

उमाकांत के परिजनों ने थाने में तहरीर देकर अपनी चाची अनिता देवी को नामजद किया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी अनिता देवी को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में अनिता देवी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि जमीन के बंटवारे को लेकर उसका उमाकांत और उसके परिवार से लंबे समय से विवाद चल रहा था. कई बार पंचायत भी बैठी, मगर मामला सुलझ नहीं पाया. आखिरकार गुस्से में उसने भतीजे की जान ले ली.

वहीं, सीओ फरीदपुर संदीप सिंह ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उसे जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद कई और तथ्य साफ होंगे.

गांव में सनसनी, लोग दहशत में

इस वारदात के बाद म्युडी खुर्दकला गांव में सनसनी फैल गई है. गांव के लोग इस घटना को लेकर सन्न हैं. कोई भी यकीन नहीं कर पा रहा कि एक चाची अपने ही भतीजे की हत्या कर सकती है. गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि जमीन-जायदाद के झगड़े तो हर जगह होते हैं, लेकिन कोई अपनों का ही खून कर दे, ये तो पहली बार सुना है. कई महिलाओं ने कहा कि अब वे अपने बच्चों को इस परिवार के घर के पास भी नहीं भेजेंगी.

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