औरंगाबाद: लोक अदालत में 2132 वादों का निष्पादन, साढ़े तीन करोड़ रुपयों से अधिक का सेटलमेंट 

औरंगाबाद: व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद और दाउदनगर में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें 2132 वादों का निष्पादन किया गया. साथ ही मौके पर 3 करोड़ 81 लाख 1 हजार 880 रूपये का सेटलमेंट किया गया. मोटर दुर्घटना से संबधित वादों में कुल 5 वाद में 30 लाख रूपये का समझौता कराया गया. परिवारिक मामले 21, आपराधिक सुलहनीय मामले से संबधित 324 वाद, इसके साथ-साथ अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से संबंधित 708 वाद, टेलीफ़ोन 01 तथा बैंक ऋण से संबंधित 764 मामले का निस्तारण करते हुए. कुल 03 करोड़ 80 लाख 18 हजार 350 रूपये पक्षकारों को राहत दिया गया.

वहीं परिवहन चालान से संबंधित 309 मामले में 8 लाख 35 हज़ार रूपये का चालान मामले का निस्तारण किया गया. शनिवार को ही विशेष लोक अदालत का उद्घाटन जिला जज राज कुमार ने किया. इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राज कुमार ने कहा कि प्राधिकार द्वारा किये जाने वाले सभी गतिविधियों में लोक अदालत का आयोजन महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यह न्यायालय में मनाया जाने वाला एक पर्व की अवसर की तरह होता है.

जिला जज द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्षो पुराने विवाद को आज के दिन दर किनार करते हुए निस्तारण करने की जरूरत है. प्राधिकार के सचिव तान्या पटेल ने लोक अदालत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जितने भी वादकारीगण यहां आये हैं, आप सभी के सहयोग से ही लोक अदालत एक मुकम्मल स्थान को पाएगा. उन्होंने इस अवसर पर लोक अदालत के हर गतिविधि को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि जो वाद लोक अदालत के माध्यम से निस्तारित होता है तो इसका लाभ सिर्फ वादकारीगण को ही नहीं होता है, बल्कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सहित न्यायालय पर भी मुकदमों का बोझ कम होता है और यह कई तरह के विधि व्यवस्था को कायम रखने में सहायक होता है.

साथ ही जिनका वाद समाप्त होता है, दोनों पक्षों के बीच पूर्व से उत्पन्न तनाव खत्म हो जाता है. पुरे कार्यक्रम का संचालन उप मुख्य विधिक सेवा प्रतिरक्षा प्रणाली के अधिवक्ता अभिनंदन कुमार द्वारा किया गया. इस अवसर पर स्वास्थ जांच शिविर का आयोजन विधिक सेवा सदन में किया गया था, जिसमे डॉ रितेश कुमार, फर्माशिस्ट सुशिल कुमार, तथा एएनएम अर्चना कुमारी, ज्योति कुमारी, शोभा कुमारी, कुसुम कुमारी पूनम कुमारी द्वारा सुगर, विपी, हिमोग्लोविन के साथ साथ चिकित्सीय जांच और दवा का वितरण, इत्यादि किया गया.

जिसका लाभ सभी उपस्थित लोगों ने लाभ उठाया. इस दौरान परिवार न्यायालय प्रधान न्यायाधीश अरूण कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, प्रथम विश्व विभूति गुप्ता, प्रभारी जिला पदाधिकारी अनुग्रह नारायण सिंह, प्रभारी पुलिस अधीक्षक मनीषा बेबी, जिला विधि संघ के अध्यक्ष विजय कुमार पाण्डेय, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे.

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