औरंगाबाद: देव नगर पंचायत के पैक्स गोदाम के पास में बन रहे सामुदायिक भवन निर्माण पर सीओ ने रोक लगा दी है। सीओ दीपक कुमार ने बताया कि देव मोड़ मुख्य मार्ग पर उच्च विद्यालय के गेट के पास एवं देव नगर पंचायत के पैक्स गोदाम के पास विधायक निधि से सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जा रहा था. पैक्स अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने इस निर्माण पर दिनांक 6 जून 2025 को ही आपत्ति दर्ज करायी थी.साथ ही अंचल कार्यालय एवं वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर जांच की मांग की थी. उनके आवेदन के आलोक में पैक्स भूमि की मापी करायी गयी .अंचल अमीन देव के मापी प्रतिवेदन के अनुसार सामुदायिक भवन निर्माण के लिए अंचल से खाता संख्या 448 प्लॉट संख्या 4997 में 95 डी. जमीन जो जिला परिषद के स्वामित्व के अंतर्गत आता है , चिन्हित कर पत्रांक 1994 दिनांक 29 सितंबर 2022 को योजना पदाधिकारी औरंगाबाद को भेज दिया गया था , अंचलाधिकारी के प्रतिवेदन के आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त औरंगाबाद के पत्रांक 622 /जि.प. दिनांक 05 सितंबर 2023 को अंचल के द्वारा प्रतिवेदित भूमि को जिला परिषद के स्वामित्व बने रहने के शर्त के आधार पर विधायक अनुशंसित सामुदायिक भवन निर्माण के लिये अनापत्ति दिया गया था.
लेकिन स्थानीय विधायक आनंद शंकर द्वारा आपत्ति के वावजूद जबरन सामुदायिक भवन निर्माण खाता संख्या 2 प्लॉट संख्या 5000 जो देव नगर पंचायत कृषि साख सहयोग समिति ली. के स्वामित्व वाली भूमि में निर्माण कराया जा रहा है. इस सम्बंध में स्पष्ट करना है कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत विधायक / सांसद निधि द्वारा अनुशंसित योजनाओं का क्रियान्यवयन स्थानीय क्षेत्र विकास अभियंत्रण संघटन औरंगाबाद द्वारा कराया जाता है. इस योजना के संदर्भ में विभागीय कार्यपालक अभियंता ने बताया कि निर्माण कार्य पर भूमि विवाद को लेकर रोक लगा दिया गया था.जिला योजना पदाधिकारी औरंगाबाद द्वारा भी स्थल जांच कर सामुदायिक भवन निर्माण पर रोक लगाया था. इन सब के बावजूद विधायक आनंद शंकर सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग से कनीय अभियंता के द्वारा बिना स्थल परीक्षण एवं प्राकलन के अनुसार प्रस्तावित योजना का ले आउट किये बगैर कार्य कराया जा रहा था. इस संदर्भ में पुनः पैक्स अध्यक्ष देव ने सभी कागजातों के आधार पर पुनः पत्रांक 30 दिनांक 03 सितम्बर 2025 को पैक्स के जमीन से अतिक्रमण मुक्त कराने का आवेदन दिया गया , साथ ही इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को भी दिया गया .
जिला सहकारिता पदाधिकारी औरंगाबाद के पत्रांक 2285 दिनांक 03 सितम्बर 2025 के आलोक में अंचल अधिकारी देव ने पत्रांक 1510 दिनांक 04 सितंबर 2025 को तत्काल निर्माण कार्य पर रोक लगाने की पत्र निर्गत किया गया. जिसे देव थानाध्यक्ष द्वारा पैक्स गोदाम के पास अनाधिकृत रूप से बन रहे सामुदायिक भवन निर्माण कार्य पर रोक सम्बंधी नोटिस को चस्पा कर रोक लगाया.उधर पैक्स अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि प्रारंभ के दिन से ही निर्माण कार्य का विरोध कर रहे थे. निर्माण को लेकर काफी राजनीति भी हुई मैंने पैक्स की बैठक बुलाई एवं सभी सदस्यों से राय विचार के उपरांत जिला कृषि साख सहयोग समिति, उप विकास आयुक्त, जिला पदाधिकारी, एवं अन्य जगहों पर भी आवेदन देकर निर्माण पर आपत्ति दर्ज कराई थी. परंतु कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. फिर हमने अंचल अमीन के द्वारा हमारे पैक्स की भूमि की नापी कराई.जिसमें स्पष्ट रूप से नापी के दौरान स्पष्ट हुआ कि पैक्स की अपनी जमीन पर निर्माण किया जा रहा है. जो की विधि सम्मत नहीं है.
बहरहाल सामुदायिक भवन निर्माण को लेकर निर्माण तिथि से ही राजनीतिक चर्चाएं हो रही थी। पुनः अंचल अधिकारी के द्वारा निर्माण पर रोक लग जाने से राजनितिक सरगर्मी तेज हो गई है. भाजपा नेता आलोक कुमार सिंह ने इस मामले में कहा कि पिछले कुछ दिनों से देव में देव नगर पंचायत पैक्स गोदाम के पास विधायक आनंद शंकर सिंह के द्वारा सामुदायिक भवन निर्माण को लेकर विवाद चल रहा था , 2021 -2022 में सामुदायिक भवन के लिये लगभग 15 लाख की अनुशंसा किया गया था , मनचाहा स्थान पर भूमि विवाद होने के कारण योजना अधर में था.अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में विधायक ने अपनी दबंगता दिखलाते हुये विभागीय तकनीकी अधिकारियों के द्वारा ले आउट नही किये जाने के बाद भी कार्य कराया जाना , और रात्रि में काम कराना , पूरी तरह गैर कानूनी था. विधायक आनंद शंकर के इस तानाशाही रवैया से किसानों के हित मे 48 लाख की लागत से बने पैक्स गोदाम की उपयोगिता प्रभावित हो सकती थी.सामुदायिक भवन के लिये अंचलाधिकारी के द्वारा जिला परिषद की जमीन चिन्हित कर दिया गया था , जिसके आलोक में जिला परिषद द्वारा भी अनापत्ति दिया गया था , फिर भी विधायक द्वारा निजी महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिये पैक्स गोदाम के जमीन पर जबरन सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जा रहा था जिस पर आज रोक लगाया जाना सत्यता की जीत है.
कांग्रेस प्रायः विवाद को जन्म देकर योजनाओं को अटकाने लटकाने में माहिर है. पैक्स गोदाम के पास जो भूमि खाली है वह किसानों द्वारा अधिप्राप्ति धान गेंहू एवं अन्य उत्पादित अनाजों का भंडारण हेतु गाड़ियों के आवागमन एवं ठहरने के लिये उपयोगी है.इधर इस मामले में सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाने वालों पर जमकर बरसे और अंचल कार्यालय देव को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जा रहा है. उस जमीन पर सामुदायिक भवन न बने उसकी चाल रची गई और यह कहकर विवाद खड़ा किया गया कि उक्त सामुदायिक केंद्र के बन जाने से पैक्स गोदाम तक गाड़ियों को आने जाने में काफी परेशानी होगी.
विवाद को देखते हुए उक्त स्थल की जांच योजना पदाधिकारी द्वारा की गई और सीओ को फटकार लगाया गया. योजना पदाधिकारी ने कहा कि सामुदायिक भवन बनने से पैक्स गोदाम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।क्योंकि सामुदायिक भवन के निर्माण के बाद पर्याप्त जमीन बचेगी. इस योजना के लिए जिला परिषद से मंजूरी भी प्राप्त हो गई. तब जाकर सीओ ने दो साल पहले एनओसी दी. उन्होंने कहा कि कोई भी सरकारी कार्य बिना एनओसी के शुरू नहीं होती.लेकिन अब उनके द्वारा नया विवाद खड़ा किया जा रहा है. सवाल उठता है कि जब एनओसी दे दिया तो फिर किस आधार पर जमीन नहीं होने की बात की जा रही है. विधायक ने कहा कि अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार में लिप्त है।शीघ्र ही सारे मामलों को मीडिया के सामने रखा जाएगा कि आखिर वैसी क्या वजह रही कि उनके द्वारा किसी जमीन पर एनओसी दे दिया गया और उक्त स्थल पर जब निर्माण शुरू हो गई तो अपने दिए गए आदेश से मुकर गए। उक्त निर्माण कार्य की सरकारी राशि जो लग गई उसका देनदार कौन होगा. उन्होंने कहा अब जब इसकी जांच होगी तो कई गलत तथ्य उजागर होंगे.