औरंगाबाद : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे नबीनगर सीट पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. इस सीट पर एनडीए और राजद दोनों खेमों में दावेदारों की लंबी फेहरिस्त खड़ी हो गई है.जदयू से पूर्व सांसद सह पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह गांव-गांव घूमकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाओं का प्रचार कर रहे हैं. उनकी सक्रियता इस ओर इशारा कर रही है कि वे एक बार फिर इसी विधानसभा से अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं. दूसरी तरफ नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जदयू के वरिष्ठ नेता संजीव कुमार सिंह भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे हुए है.
उधर बीजेपी खेमे में भी समीकरण दिलचस्प हो गए हैं.त्रिविक्रम नारायण सिंह खुद को प्रबल दावेदार मान रहे हैं। साथ ही औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह का नाम भी लगातार चर्चा में बना हुआ है. राजनीतिक गलियारों में यह भी कहा जा रहा है कि वर्तमान विधान परिषद सदस्य दिलीप सिंह के बेटे विकास कुमार का भी नाम दावेदारी में शामिल है हालांकि उनके मैदान में उतरने की संभावना मानी जा रही है. वहीं हम से पार्टी से जिलाध्यक्ष रणधीर सिंह भी खुद को दावेदार बता रहे हैं.
मौजूदा समय में यह सीट राजद के विधायक विजय कुमार सिंह ऊर्फ डब्लू सिंह के पास है जो राजपूत समाज से आते हैं. ऐसे में एनडीए के सामने सबसे बड़ी चुनौती एक जिताऊ और सामाजिक समीकरण साधने वाले उम्मीदवार की तलाश है. नबीनगर की राजनीति फिलहाल दावेदारों की भीड़ और जातीय समीकरणों के जाल में फंसी हुई है. अब देखना यह होगा कि चुनावी बिगुल बजते ही कौन सा चेहरा एनडीए की ओर से जनता के सामने आता है और क्या राजद अपने पुराने गढ़ को बचा पाता है या धराशाई हो जाएगा.