Bihar: बिजली आपूर्ति की अनियमितता को लेकर सोमवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. दर्जनों ग्रामीण दाउदनगर अनुमंडल के तरार स्थित विद्युत प्रमंडल कार्यालय पहुंचे और हंगामा किया. साथ ही बिजली आपूर्ति में सुधार की मांग की. इस दौरान ग्रामीणों ने बिजली विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है.
अधिकारियों को आवेदन सौंपा. कहा, अगर सात दिन में सुधार नहीं हुआ, तो पावर ग्रिड में तालाबंदी और प्रदर्शन करेंगे. केशराड़ी गांव के रौशन कुमार, रवि सिंह, संतोष कुमार सिंह और बेलवा के अजय सिंह ने बताया कि इलाके की 80 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर है. करीब 30 से 40 गांवों में कट और लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. रात में अंधेरे में रहना पड़ रहा है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. छोटे उद्योग-धंधे बंद होने के कगार पर हैं.
पेयजल संकट भी खड़ा हो गया है, बिजली कटौती से किसान भी परेशान हैं
गर्मी में लोग छत पर सोने को मजबूर हैं. कई गांवों में नल-जल योजना से पानी की सप्लाई होती है. बिजली नहीं रहने से नल-जल भी बंद हो जाता है. इससे पेयजल संकट भी खड़ा हो गया है. बिजली कटौती से किसान भी परेशान हैं. धान की रोपनी का काम पिछड़ गया है. ग्रामीणों ने बताया कि पहले कर्मा, बेलवां और जिनोरिया पंचायत के गांवों में तरारी पावर ग्रिड से जिनोरिया फीडर के जरिए बिजली मिलती थी. दो माह पहले तरारी ओवरब्रिज के पास अंडरपास बनाया गया, उसी दौरान जिनोरिया फीडर जल गया. विभाग ने अब तक उसे ठीक नहीं कराया. चौरम पावर सबस्टेशन से बिजली दी जा रही है, लेकिन वहां से सप्लाई ठीक नहीं हो रही है.
मामले में सहायक विद्युत अभियंता राजीव कुमार झा ने फॉल्ट ठीक कर गांवों में नियमित बिजली आपूर्ति का आश्वासन दिया. उन्होंने एक सप्ताह समय की मांग की हैं.