इंदौर जिले में 58 वर्षीय एक पुलिसकर्मी की सनसनीखेज हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिसकर्मी की हत्याकांड की जांच में जुटी इंदौर पुलिस को हत्या की पड़ताल के लिए कुल 500 सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े, तब जाकर अज्ञात हत्यारोपी ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार करने में सफल हुई. पुलिस के मुताबिक ऑटो ड्राइवर ने सिर पर पत्थर मारकर पुलिसकर्मी की हत्या को अंजाम दिया था.
इंस्पेक्टर रैंक में पुलिसकर्मी की लाश खजराना क्षेत्र में फिनिक्स मॉल के सामने सर्विस रोड बाइपास पर बरामद की गई थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि सर्विस रोड पर एक अज्ञात लाश मिली है. सूचना पर थाना खजराना पर लाश कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू की.
सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ऑटो ड्राइवर पकड़ गया
घटना 24 जनवरी की रात हुई थी. मामले की पड़ताल में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात आरोपी को गिरफ्तार किया है. हत्यारोपी एक ऑटो ड्राइवर है और उसकी पहचान देवेंद्र बोरोसी के रूप में हुई है. पुलिस ने ऑटो ड्राइवर के खिलाफ अपराध क्रमांक 69/25 धारा 103(2) बीएनएस का अपराध दर्ज किया है.
नशे में धुत मृतक पुलिसकर्मी को आखिरी बार एक वाइन शॉप के पास देखा गया
रिपोर्ट के मुताबिक मृतक पुलिसकर्मी प्रभात नारायण चतुर्वेदी को आखिरी बार एक वाइन शॉप के पास देखा गया था. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मृतक पुलिसकर्मी और ऑटो ड्राइवर दोनों नशे में थे. पुलिसकर्मी ने हत्यारोपी ऑटो ड्राइवर को बस स्टॉप तक छोड़ने को लेकर बहस हुई थी, जिसके बाद ऑटो ड्राइवर ने पत्थर से हमलाकर इंस्पेक्टर को मार डाला.
28 वर्षीय ऑटो ड्राइवर देवेंद्र बोरासी ने 58 वर्षीय पुलिसकर्मी प्रभात नारायण चतुर्वेदी को मामूली कहासुनी में उसके सिर पर पत्थर पर मार हत्या की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिला वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है.
शव पहचानने में लगा 3 दिन का समय, खंगालने पड़े 500 सीसीटीवी कैमरे
पुलिस के मुताबिक इंस्पेक्टर को मारकर हत्यारोपी ऑटो ड्राइवर मौके से भाग गया. मौके से अज्ञात शव की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, लेकिन पुलिसकर्मी की लाश के पास उसकी पहचान कुछ बरामद हुआ, जिससे पुलिस को शव की पहचान निकालने में 3 दिन का समय लगा. इस दौरान पुलिस ने 500 से अधिक कैमरे खंगाले.
हत्या में इस्तेमाल ऑटो मिलने के बाद हत्यारोपी की खुली जुर्म की परतें
जांच में जुटी पुलिस ने अज्ञात लाश की पहचान और हत्यारोपी की पहचान के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक ऑटो की जानकारी मिली. इस्तेमाल की गई ऑटो ( MP 09 TA 3275) मिलने के बाद हत्यारोपी ऑटो ड्राइवर देवेंद्र बोरासी के जुर्म की परतें खुल गईं.