ऑटो लूट की वारदात 39 दिन बाद सुलझी, पुलिस ने किया पर्दाफाश, एक आरोपी अब भी गायब

औरंगाबाद: चालक को बंधक बनाकर ऑटो लूटकांड मामले का नबीनगर पुलिस ने उद्भेदन किया है. साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान थाना क्षेत्र के रंग बिगहा निवासी सूरज रजक (20 वर्ष) एवं चिंटू कुमार यादव के रूप में की गई है.

 

दरअसल मामला 27 जून 2025 की है, जिसमें एक ऑटो को तीन व्यक्तियों द्वारा रोहतास जिले के डेहरी से नबीनगर थाना क्षेत्र के घिरसिण्ड के लिए बुकिंग किया गया. जब ऑटो घिरसिण्डी रोड रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचा तो तीनों व्यक्तियों ने चालक को बंधक बनाकर उसका ऑटो और मोबाइल फोन लुट लिया और मौके से फरार हो गए.

 

तत्पश्चात घटना को लेकर चालक ने प्राथमिकी दर्ज करवाया. कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल के द्वारा सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडे के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया. गठित एसआईटी के द्वारा सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन, तकनीकी विश्लेषण एवं आसूचना संकलन के आधार पर विभिन्न स्थानों पर छापामारी की जा रही थी.

 

 

इसी क्रम में 5 अगस्त 2025 की रात लुटा हुआ मोबाईल फोन के साथ चिंटू को को रंग बिगहा स्थित सड़क पर से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद चिंटू के निशानदेही पर सूरज कुमार रजक को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. कांड में लुटा हुआ ऑटो 6 जुलाई 2025 को ढिबरा थाना द्वारा वाहन जांच के दौरान बालूगंज से देव जाने वाली सड़क से बरामद किया गया हैं.

 

 

सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय पांडे ने प्रेसवार्ता कर बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना-अपना अपराध स्वीकार किया एवं चिंटू ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि पैसे की कमी होने के कारण मैं अपने दो अन्य साथी के साथ मिलकर ऑटो लूटने की योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया और लुटा हुआ ऑटो बेचने हेतु झारखंड जा रहे थे. इसी क्रम में ढिबरा पुलिस के द्वारा ऑटो जब्त कर लिया गया. उन्होंने बताया कि इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही हैं जल्द ही गिरफ्तारी सुनिश्चित कर ली जाएगी.

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