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‘हादसे वाली जगह जाना चाहता था, लेकिन…’, कोचिंग सेंटर मामले पर पहली बार अवध ओझा ने तोड़ी चुप्पी

Delhi Coaching Centre Tragedy: यूपीएसी की तैयारी करवाने वाले जाने-माने टीचर अवध ओझा ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए कोचिंग हादसे पर कहा है कि मैं घटनास्थल पर नहीं जाना चाहता था. मैंने इमेज बचाने की कोशिश भी नहीं की है. उन्होंने मांग की कि इस तरह के घटना के दोषियों को उम्रकैद की सजा का प्रावधान होना चाहिए. ओल्ड राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी में डूबने से पिछले हफ्ते तीन छात्रों की मौत हो गई. इसे लेकर छात्रों के बीच काफी ज्यादा रोष है.

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अवध ओझा ने बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि हादसे के चार दिन बाद आप मीडिया के सामने आ रहे हैं. इस पर आप क्या कहेंगे. इसके जवाब में अवध ओझा ने कहा कि 27 जुलाई को जयपुर के एक सेमिनार में हिस्सा लेने गया था. यहां इतना बड़ा हादसा हो गया है और अब छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. मैं वहां जाना चाहता था, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा था कि बात किससे करनी है. अब मुझे यहां आने पर सारी चीजें सही ढंग से मालूम हो पाई हैं.

मैंने इमेज बचाने की कोशिश नहीं की: अवध ओझा

अवध ओझा ने कहा कि सूरत और मुखर्जी नगर में भी इस तरह की घटनाएं हुईं, तब सरकार सोयी हुई थी. आज सरकार सबसे बेसमेंट को सील कर रही है. अगर एक साल पहले सारे मापदंड चेक कर लिए जाते तो शायद ये हादसा नहीं होता. उनसे सवाल किया गया कि आप और विकास दिव्यकीर्ति इमेज बचाने के लिए चार दिन बाद सामने आए हैं. इस पर उन्होंने कहा कि मैंने इमेज बचाने की कोशिश नहीं की. मैं तो चार सूत्रीय प्रोग्राम लेकर सामने आया हूं.

अवध ओझा ने रखी चार सूत्रीय मांग

यूपीएसएसी कोचिंग चलाने वाले अवध ओझा ने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि बेसमेंट को बंद किया जाए. वहां पर कोई क्लास नहीं चले. मैं चाहता हूं कि कोचिंग सेंटर्स में सीमित सीटें की जाएं. अधिकतम 100 बच्चों को ही पढ़ाया जाए. तीसरी बात ये है कि अगर इस तरह की घटना किसी भी कोचिंग सेंटर में होती है तो आजीवन कारावास का प्रावधान किया जाए. हर कोचिंग सेंटर अपने उन सभी बच्चों की लिस्ट को साल के अंत में जारी करे, जिनका यूपीएससी में सेलेक्शन हो रहा है.

छात्रा ने की थी बेसमेंट के खतरे को लेकर शिकायत

अवध ओझा ने बताया कि जिस कोचिंग सेंटर में हादसा हुआ, वहां की एक छात्रा ने एमसीडी को चिट्ठी लिखकर बेसमेंट में हादसा होने को लेकर चेताया था. हालांकि, बाकी के छात्रों को भी उसके साथ मिलकर अपने सेंटर्स से इस बात की शिकायत करनी थी. उन्होंने कहा कि मेरा कोचिंग सेंटर जहां चलता है, उससे बिल्डिंग के मालिक ने मुझे बेसमेंट लेने के लिए कहा था. मैंने उससे मना कर दिया, क्योंकि मैंने कहा कि मेरा बेसमेंट में दम घुटता है.

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