अयोध्या : शिखर पर कलश स्थापना के साथ राम मंदिर निर्माण तेजी से पूर्णता की ओर है. इसी बीच बढ़ते आतंकी षड्यंत्रों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. गत 12 अप्रैल को राम मंदिर को बम से उड़ाने की मिली धमकी इस षड्यंत्र की नई कड़ी है.
बढ़ते आतंकी खतरे को दृष्टिगत राम मंदिर की सुरक्षा को अपडेट किया जाएगा. इस पर मंथन भी आरंभ हो गया है. एक वर्ष में राम मंदिर को लेकर कई बार षड्यंत्रों का रहस्योद्घाटन भी हो चुका है, जिनको ध्यान में रखते हुए राम मंदिर की सुरक्षा योजना को विस्तार दिया जाएगा. बुधवार को जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक भी हुई.
अधिकारी ने बताया कि राम मंदिर की सुरक्षा का विस्तृत प्लान तैयार किया जा चुका है. इसके अनुसार आधुनिक उपकरणों की तैनाती के साथ परिसर में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने की भी योजना है. एंटी ड्रोन सिस्टम, टायर किलर सहित कई आधुनिक उपकरण लगाए भी जा चुके हैं. आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित सुरक्षा उपकरणों का अधिक प्रयोग होगा. सीसीटीवी कैमरों के अतिरिक्त टीथर्ड ड्रोन कैमरे भी यहां पहुंच गए हैं. द्वार, भवन और बाउंड्रीवाल पर ऐसे उपकरण स्थापित किए जाएंगे, जिनसे पूरा परिसर एक दृष्टि में देखा जा सके. राम मंदिर का निर्माण पूर्ण होने के अंतिम चरण तक सुरक्षा को अपडेट करने का लक्ष्य है, क्योंकि निर्माण पूर्ण होने के उपरांत परिसर पहले से भी अधिक भव्य एवं नए मंदिरों से युक्त होगा. श्रद्धालुओं की संख्या भी वृद्धि होने का अनुमान है.
9 माह में प्रकाश में आए आतंकी षड़यंत्र
12 अप्रैल को ट्रस्ट की मेल आइडी पर मिली राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी.
22 अगस्त 2024 को ट्रस्ट के हेल्पलाइन नंबर पर मिली राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी.
2 मार्च को फरीदाबाद से ग्रेनेड के साथ मिल्कीपुर निवासी संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान की हुई गिरफ्तारी. रहमान को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस राम मंदिर में विस्फोट के लिए ट्रेंड कर रहा था.
12 और 17 फरवरी को राम मंदिर दर्शन मार्ग के पास उड़ रहे संदिग्ध ड्रोन को मार गिराया गया.