अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर के चारों ओर बन रहे 800 मीटर लंबे भव्य परकोटे का निर्माण अंतिम चरण में है. मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, अब तक लगभग साढ़े सात लाख घनफीट पत्थर लग चुका है, जबकि मात्र 500 घनफीट पत्थर का कार्य शेष है. लगातार बारिश के कारण गति धीमी हुई है, लेकिन अनुकूल मौसम मिलने पर अक्टूबर तक परकोटा पूरी तरह तैयार हो जाएगा.
14 फीट ऊंची दीवारें गुलाबी बलुआ पत्थर (वंशी पहाड़पुर) से बनी हैं, जिन पर बारीक नक्काशी और पारंपरिक स्थापत्य का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. परकोटे की छत पर भी उत्कृष्ट नक्काशी की गई है. वहीं, राम कहानियों को जीवंत करने के लिए कांस्य के 80 म्यूरल लगाए जाने हैं, जिनमें से 70 स्थापित हो चुके हैं. शेष 10 म्यूरल सितंबर के पहले सप्ताह तक लगा दिए जाएंगे.
इसके साथ ही, मंदिर में टाइटेनियम की जालियां लगाने का कार्य शुरू हो चुका है. बारिश के चलते शिखर की वाटरप्रूफिंग फिलहाल रोकी गई है, जिसे मौसम सुधरते ही पूरा किया जाएगा. परकोटे के साथ मलबा हटाने का कार्य भी तेज़ी से जारी है, ताकि मंदिर परिसर शीघ्र अपनी पूर्ण भव्यता में दिखाई दे सके.