अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में आयोजित “टाइमलेस अयोध्या लिटरेचर फेस्टिवल” के उद्घाटन समारोह में कहा कि अयोध्या केवल एक शहर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की आधारभूमि है, उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम, जो सूर्यवंश की परंपरा में अवतरित हुए, मानवीय मर्यादा और आदर्श के सर्वोत्तम स्वरूप हैं.
मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अशोक के पौधे को जल अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, उन्होंने कहा कि अयोध्या सप्तपुरियों में प्रथम पुरी है और यह सनातन धर्म की प्रेरणा स्थली रही है। उन्होंने मानव धर्म की उत्पत्ति का संदर्भ देते हुए बताया कि भगवान ऋषभदेव से चली परंपरा के तहत भगवान मनु ने पृथ्वी पर मनुष्यों के रहने की व्यवस्था की, जिसकी शुरुआती भूमि अयोध्या मानी जाती है.
लिटरेचर फेस्टिवल से नई पीढ़ी को प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने “विरासत और विकास” को जोड़कर भारतीय परंपराओं को पुनर्जीवित करने का कार्य किया है, उन्होंने इस महोत्सव को भारतीय साहित्य और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है और यह न केवल संस्कृति का संरक्षण करता है, बल्कि समाज को सही दिशा भी प्रदान करता है, उन्होंने चिंता जताई कि डिजिटल युग में पढ़ने-लिखने की परंपरा बाधित हो रही है, लेकिन “लिटरेचर फेस्टिवल” जैसे आयोजन इसे पुनर्जीवित करने में सहायक सिद्ध होंगे.
उन्होंने महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को विश्व का पहला महाकाव्य बताते हुए कहा कि, इससे पहले इस प्रकार के महाकाव्य की रचना नहीं हुई थी, उन्होंने साहित्यकारों से आह्वान किया कि वे राम पर लिखें, जिससे उनकी लेखनी धन्य हो जाएगी.
मुख्यमंत्री के मुख्य बिंदु:
- अयोध्या केवल धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि साहित्य और संस्कृति की भी पावन भूमि है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरासत और विकास को जोड़कर भारतीय परंपराओं को पुनर्जीवित किया.
- डिजिटल युग में पढ़ने-लिखने की परंपरा को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता.
- रामायण पहला महाकाव्य था, जो साहित्य का आधार बना.
अयोध्या में आयोजित इस लिटरेचर फेस्टिवल को भारतीय साहित्य और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है.