Uttar Pradesh: अयोध्या में नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में शुक्रवार को विकास कार्यों को लेकर जमकर मंथन हुआ। महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। रामपथ से जुड़ी 27 गलियों का निर्माण पूरा होने की घोषणा की गई, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी राहत मिलेगी.
महापौर ने फैंसी लाइट लगाने के दौरान सड़कों की जरूरत से ज्यादा कटाई और मरम्मत न होने पर गहरी नाराजगी जताई। डस्टबिन आपूर्ति में गड़बड़ी की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जो 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी.
बैठक में पार्षदों ने भी अपने-अपने वार्ड की समस्याएं उठाईं। पार्षद सूर्य कुमार तिवारी ने जोनल कार्यालयों में पारदर्शिता की मांग की तो विशाल पाल और अभिनव पांडेय ने नालों की बदहाली और जल निकासी की समस्या पर चिंता जताई। महापौर ने गद्दोपुर, जनौरा और जलवानपुरा में पंप लगाने की जानकारी देते हुए जलभराव से निजात दिलाने का भरोसा दिया.
पार्षद हरिश्चंद्र गुप्त के सुझाव पर राम जानकी मंदिर और ऋषि टोला में एक हफ्ते के भीतर रैंप बनवाने का निर्देश दिया गया। वहीं पार्षद चंदन सिंह की मांग पर देवकाली के अंजनीपुरम में हाइटगेज लगाने का फैसला हुआ ताकि भारी वाहनों से सड़क को नुकसान न हो.
बैठक में 851 व्यावसायिक भवनों को कर नोटिस भेजने, डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण को सुधारने, खराब हैंडपंप का रीबोर करवाने, सफाई वाहनों की संख्या बढ़ाने और अतिक्रमण हटाने के प्रस्ताव पास किए गए। सिंदूर तिराहे को राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा की निधि से विकसित किया जाएगा.
कार्यकारिणी बैठक में उपसभापति राजेश गौड़, सुल्तान अंसारी, गरिमा, प्रिया शुक्ला, अपर नगर आयुक्त वागीश शुक्ल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एम. शुक्ला समेत कई अधिकारी व पार्षद उपस्थित रहे.
नगर निगम की बैठक में विकास की बयार, साथ ही व्यवस्था पर सवालों की बौछार!