अयोध्या: अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए विभिन्न संसाधनों का वितरण किया, इस अवसर पर उन्होंने 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए 250 प्री-स्कूल किट्स, 338 आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु गैस कनेक्शन और बर्तनों के सेट प्रदान किए. साथ ही, 144 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए.
राज्यपाल ने कहा कि, समाज के विकास से ही राष्ट्र का विकास संभव है, उन्होंने कहा कि, प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि सामाजिक मूल्यों और व्यवहारिक कौशल का भी विकास करना चाहिए, ताकि वे एक सक्षम नागरिक बन सकें. उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि, जब युवा पीढ़ी शिक्षित और संस्कारित होगी, तभी राष्ट्र का सही मायनों में निर्माण होगा.
कार्यक्रम में संत रमेश भाई ओझा ने समाज के विकास और राष्ट्र निर्माण में धर्म, समाज व्यवस्था और राज्य व्यवस्था के महत्व को रेखांकित किया, उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्र को सशक्त बनाना है तो चरित्र निर्माण पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है.
महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्या ने घोषणा की कि अयोध्या के आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली को प्रदेश भर में लागू किया जाएगा और इन्हें एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा.
इस अवसर पर जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि अयोध्या के 1009 आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प किया गया है, उन्होंने कहा कि सीएसआर और विभागीय सहयोग से बच्चों के लिए किट्स, बर्तन, गैस आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, साथ ही, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियमित ट्रेनिंग और स्वास्थ्य मूल्यांकन सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अयोध्या धाम के 15 वार्डों में 70 स्थानों पर भूमि चिन्हांकन कर महिला एवं बाल कल्याण विभाग के माध्यम से 88,000 से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा.
समारोह में महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक रामचंदर यादव, चंद्रभानु पासवान, सीडीओ कृष्ण कुमार सिंह सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे.