अयोध्या : दलित युवती की दर्दनाक हत्या को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान भावुक होकर वे फूट-फूटकर रो पड़े.इस हृदयविदारक दृश्य ने वहां मौजूद सभी लोगों को स्तब्ध कर दिया.सांसद ने घटना पर गहरा आक्रोश जताते हुए कहा कि वे इस मामले को संसद में उठाएंगे और यदि पीड़िता को न्याय नहीं मिला, तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
पीड़िता के परिवार से मिलकर रो पड़े सांसद
दलित युवती के साथ रेप और बर्बर हत्या की इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है.पीड़िता के शव को नग्न अवस्था में नाले में फेंका गया था, उसके हाथ-पैर तोड़ दिए गए थे, दोनों आंखें फोड़ दी गई थीं और प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला गया था.इस जघन्य अपराध के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है.
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने हाल ही में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था.इसी संबंध में जब वे मीडिया से बात कर रहे थे, तो खुद को संभाल नहीं पाए और फफक-फफक कर रोने लगे.उनके साथ बैठे पूर्व सांसद पवन पांडेय ने उन्हें संभालने की कोशिश की और उनके आंसू पोंछते नजर आए.
“बेटियों की इज्जत नहीं बचा पा रहे, तो इतिहास क्या कहेगा?”
अवधेश प्रसाद ने इस घटना को देश की सबसे दर्दनाक घटना करार दिया और कहा, “हम अपनी बेटियों की इज्जत तक नहीं बचा पा रहे. इतिहास हमें क्या कहेगा? अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला, तो मैं सांसद पद से इस्तीफा दे दूंगा.”
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वे इस मुद्दे को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठाएंगे और सरकार से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करेंगे.
क्या इस भावुक अपील के पीछे राजनीति?
इस घटना का राजनीतिक एंगल भी सामने आ रहा है, क्योंकि अयोध्या जनपद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं, जहां सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे चुनाव मैदान में हैं. 5 फरवरी को इस सीट पर मतदान होना है और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे.ऐसे में सांसद का रोने वाला वीडियो वायरल होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या यह राजनीति से प्रेरित कदम है, या फिर सच में उनके दिल की गहराइयों से निकली पीड़ा?
जनता की मांग: दोषियों को जल्द मिले सजा
इस जघन्य अपराध के बाद पूरे प्रदेश में जनता न्याय की मांग कर रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है और अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग कर रहा है.अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और क्या यह मामला लोकसभा में गूंजेगा या नहीं.