जेल से रिहाई के बाद आजम खान का गुस्सा, पुलिस पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश की सियासत के बड़े चेहरे और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को करीब 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहाई मिली। उनकी रिहाई के बाद रामपुर लौटने के दौरान माहौल पूरी तरह सियासी रंग में रंग गया। बड़ी संख्या में समर्थक उन्हें देखने और स्वागत करने पहुंचे। हालांकि, इस दौरान पुलिस की सख्ती और निगरानी को लेकर आजम खान भड़क उठे।

रामपुर में प्रवेश करते समय पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। ड्रोन से निगरानी की जा रही थी और धारा 163 लागू कर दी गई थी ताकि भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सके। लेकिन आजम खान ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सवाल किया कि “मेरी वजह से सबको क्यों परेशान कर रहे हैं? ये मेरे लोग नहीं हैं, ये तो यात्री हैं।” उनके मुताबिक, प्रशासन अनावश्यक रूप से आम जनता को परेशान कर रहा है।

समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी की और उनके वाहनों की जांच की। कई लोगों को रास्ते में रोककर सवाल पूछे गए। इस पर भी आजम खान ने ऐतराज जताया और कहा कि उनकी रिहाई को लेकर खुशी जाहिर करना लोगों का हक है।

राजनीतिक हलकों में आजम खान की वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वह प्रदेश की सियासत में फिर से सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि, उनके ऊपर कई मामले अब भी लंबित हैं और अदालत में सुनवाई जारी है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि जेल से बाहर आने के बाद आजम खान अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश करेंगे। लेकिन प्रशासन की सख्ती और कानूनी चुनौतियां उनके लिए बड़ी बाधा बन सकती हैं।

फिलहाल, रामपुर में उनके समर्थक बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं। रिहाई के बाद उनका स्वागत फूल-मालाओं से किया गया और नारों से माहौल गूंज उठा। लेकिन आजम खान का गुस्सा यह साफ करता है कि वह पुलिस की कार्यशैली से बेहद नाराज हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी रिहाई के बाद प्रदेश की सियासत में क्या नया मोड़ आता है।

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