दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक आश्रम के संचालक रहे स्वामी चैतन्यानंद पर गंभीर आरोप लगे हैं। दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की कई छात्राओं ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न, देर रात छेड़छाड़ और अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगाया है। आरोप यह भी है कि उन्होंने छात्राओं की मार्कशीट में छेड़छाड़ करके उन्हें अपने दबाव में लाने की कोशिश की।
कथित तौर पर चैतन्यानंद छात्राओं को व्हाट्सएप पर लगातार संदेश भेजता और उन्हें ‘बेबी’ कहकर बुलाता था। एक छात्रा ने बताया कि उन्होंने उसका वीडियो बनाकर मजाक उड़ाया। इस साल जून में ऋषिकेश टूर के दौरान भी वे देर रात तक छात्राओं को परेशान करते रहे। कुल मिलाकर 35 से अधिक छात्राओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पीड़ितों का कहना है कि स्वामी उनके करियर को प्रभावित करने की धमकी देता था और उन्हें अपनी इच्छानुसार कार्य करने को मजबूर करता था। अधिकांश पीड़ित छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों (EWS) से आती हैं। एक 21 वर्षीय छात्रा ने बताया कि चैतन्यानंद पहली मुलाकात से ही गलत नजरों से देखता था और क्लास के बाद बार-बार अश्लील बातें करता था।
बताया गया कि इस मामले में कुछ वरिष्ठ महिला शिक्षिकाओं ने भी छात्राओं पर दबाव डालकर उनके द्वारा इकट्ठा किए गए सबूत डिलीट कराए। स्वामी चैतन्यानंद पर यह आरोप नया नहीं है। 2009 से लेकर अब तक उनके खिलाफ छेड़छाड़, फर्जीवाड़ा और गलत पहचान पत्र बनाने जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं।
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच तेज कर दी और अब तक करीब 32 लड़कियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। मामले में FIR में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि छात्राओं पर स्वामी का दबाव लंबे समय से जारी था। इस घटना ने न केवल संस्थान बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।
छात्राओं और परिवारों ने न्याय की अपील की है और उम्मीद जताई है कि जांच निष्पक्ष तरीके से होगी। यह मामला देश में शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा और छात्राओं की सुरक्षा की गंभीरता को भी उजागर करता है।