भरतपुर : सरकारी अस्पताल में बच्चों की अदला बदली का मामला सामने आया है.आरोप है है की बुधवार शाम एक नवजात बच्ची की तबियत ख़राब होने पर माँ के साथ बच्ची को जयपुर रेफर करना था लेकिन, NICU वार्ड के कर्मचारियों ने बच्ची की जगह एक बच्चे को जयपुर भेज दिया.
भरतपुर के अस्पताल में एडमिट मासूम को जब मां डायपर चेंज करने लगी तो उसके होश उड़ गए. बच्चा बदलने की जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी गई. मैनेजमेंट का दावा है कि दोनों बच्चों को ही जयपुर रेफर करना था। बच्चा बदला किसकी गलती से इसकी जांच की जा रही है.जिसके बाद गुरुवार सुबह बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
नवजात बच्चे के पिता छोटे लाल (25) निवासी नदबई ने बताया कि उसकी पत्नी डोली (21) को 19 जून को जनाना अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती किया था. 19 जून को ही डोली ने लड़के को जन्म दिया। लड़का प्रीमेच्योर था.इसलिए उसे NICU वार्ड में एडमिट कर लिया गया.24 जून को डोली को डिस्चार्ज कर दिया गया। रोजाना बच्चे के चेकअप होते और डोली को दो बार NICU वार्ड में बच्चे को दूध पिलाने के लिए बुलाया जाता.
कल NICU वार्ड में एक बच्ची एडमिट थी। जिसे जयपुर रेफर करना था.डॉक्टर ने नवजात बच्ची को जयपुर के जेके लोन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया लेकिन, NICU के कर्मचारियों ने लड़की की जगह लड़के को परिजनों के सुपुर्द कर दिया.जिसके बाद वह एम्बुलेंस से बच्चे को लेकर जेके लोन अस्पताल पहुंचे.दूसरी तरफ डोली अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए NICU वार्ड में गई। तब उसने अपने बच्चे का डायपर बदला तो, पता लगा कि वह लड़का नहीं लड़की है.
वहीं लड़की के परिजनों ने जेके लोन अस्पताल में भर्ती करने से पहले नवजात का जब डायपर बदला तो, उन्हें पता लगा की जनाना अस्पताल के कर्मचारियों के द्बारा उन्हें लड़की की जगह लड़का दे दिया गया है.जिसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रशासन को सूचना दी.अस्पताल प्रशासन ने तुरंत आनन फानन में लड़की को जयपुर रेफर किया.
बबीता निवासी अछनेरा जिला आगरा उत्तर प्रदेश ने बताया कि मेरे लड़के की पत्नी प्रियंका (20) ने 6 जुलाई को एक बच्ची को जन्म दिया था.उसके गले में दिक्कत थी.इसलिए उसे जनाना अस्पताल के NICU वार्ड में भर्ती कर लिया गया। कल उसे जयपुर रेफर कर दिया गया.हमें बच्ची की जगह बच्चे को सुपुर्द कर दिया गया था.हम बच्चे को लेकर जेके लोन अस्पताल पहुंच गए. जब जेके लोन अस्पताल में भर्ती करने के पहले बच्चे का डायपर बदला तो, हमें पता लगा कि हमें बच्ची की जगह किसी और का बच्चा दे दिया गया है.