बदायूं: समाजवादी पार्टी के सांसद आदित्य यादव ने बदायूँ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत बिसौली विधानसभा क्षेत्र में स्थित रानेट चौराहे के पास सोत नदी पर बने पुल के जर्जर हालत को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है. पुल की अवस्था इतनी खस्ता हो गई है कि, वहां से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
18 से 54 किलोमीटर तक बढ़ी दूरी, सामन के लाने लेजाने में खर्च बढ़ रहा है आदित्य यादव ने मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर बताया कि पुल बंद होने के कारण बिसौली से बिल्सी, कछला, सहसवान, इस्लामनगर जाने के लिए लोगों को 18 से लेकर 54 किलोमीटर दूर का रास्ता तय करना पड़ रहा है. इससे न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि लोगों को अतिरिक्त धनराशि भी खर्च करनी पड़ रही है, इससे आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है.
आगामी परीक्षाओं के समय में छात्रों की परीक्षा पर भी असर पड़ेगा, सांसद ने यह भी बताया कि इस पुल से करीब 125 गांवों के लोग जुड़े हुए हैं, जिनमें कई छात्र-छात्राएं इण्टर कॉलेज, डिग्री कॉलेज और आईटीआई में पढ़ाई कर रहे हैं। चूंकि बोर्ड और सेमेस्टर परीक्षा नजदीक हैं, इसलिए इन छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक समय पर पहुंचने में मुश्किल हो सकती है. यदि वैकल्पिक मार्ग का निर्माण शीघ्र नहीं हुआ, तो छात्र-छात्राओं के लिए समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुंचना मुश्किल होगा.
इस पुल के बंद होने से व्यावसायिक और सामाजिक गतिविधियों पर भी बडा असर पड रहा है जिस रास्ते को चलने में 25 किमी सफर था अब वह 55-60 किमी चल कर पूरा हो सकता है.
सांसद ने आगे बताया कि इस पुल से प्रतिदिन करीब 4,000 से 5,000 लोग गुजरते हैं. इसके बंद होने से कासगंज और चन्दौसी की ओर जाने वाले वाहन बदायूँ-बिजनौर हाईवे से बिसौली नगर होकर गुजर रहे हैं, जिसके कारण नगर में भारी वाहनों का दबाव बढ़ गया है और जाम की समस्या भी उत्पन्न हो रही है, इससे न केवल आम जनता, बल्कि मजदूरों, किसानों और व्यापारिक गतिविधियों पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.
सांसद आदित्य यादव ने मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री से अनुरोध किया है कि, बिसौली के रानेट चौराहे के पास स्थित सोत नदी पर नया पुल बनाने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए, ताकि क्षेत्रवासियों की समस्या का समाधान हो सके. साथ ही साथ उन्होंने क्षेत्र के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक मार्ग का निर्माण तत्काल कराने की मांग भी की है.