बहराइच: जिले के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र अंतर्गत रुपईडीहा में पैंडल रिक्शा चालकों द्वारा नेपाली नागरिकों से लूटपाट की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. भोले-भाले नेपाली नागरिकों को सीमा पार कराने के बहाने रिक्शे पर बैठाकर उनसे रुपये, बैग और सामान छीन लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं. ताज़ा घटना शाम की है, जब नेपाल से रूपईडीहा मजदूरी करने आए एक गरीब नेपाली नागरिक से रिक्शा चालक ने मारपीट कर 8 हजार रुपये नकद, बैग, कपड़े और पहचान पत्र लूट लिए.
पीड़ित अगले दिन सुबह रूपईडीहा चौराहे पर बैठा परेशान मिला, तब स्थानीय लोगों को उसने अपनी आपबीती सुनाई. स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले भी रुपईडीहा बाजार में इस तरह की सैकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं की गई. अक्सर नेपाली महिलाएं, जो बाजार से घरेलू सामान खरीदकर नेपाल जाने के लिए पैंडल रिक्शा पर सामान रखती हैं, उनके साथ भी रिक्शा चालक धोखाधड़ी कर सामान लेकर भाग जाते हैं.
इस संबंध में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिल कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय घटना है. ऐसे कृत्यों से न केवल देश की बदनामी होती है बल्कि सीमा क्षेत्र के व्यापार पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. उन्होंने मांग की कि रुपईडीहा पुलिस को तत्काल ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई करनी चाहिए. बताया जाता है कि इस तरह के घटनाओं में शामिल पैंडल रिक्शा चालकों की संख्या एक दर्जन से अधिक नहीं है और सभी रिक्शा चालक इसमें शामिल नहीं हैं.