बाहुबली नेता एवं मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पटना के बेऊर जेल से बाहर आ गए हैं. शुक्रवार सुबह करीब 5.00 बजे वह जेल से बाहर निकले. एंबुलेंस में जेल से बाहर निकलने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें न्याय मिला और जेल से बाहर आकर बढ़िया लग रहा है.
बुधवार को ही पटना हाईकोर्ट से उन्हें बड़ी राहत मिली थी और AK-47 केस में उन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था. इस मामले में पटना की सिविल कोर्ट ने उन्हें कुछ साल पहले ही गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत 10 साल जेल की सजा सुनाई थी.
बुधवार को जैसे ही हाईकोर्ट का फैसला आया तो विधायक अनंत सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर छा गई. इस दौरान उनके एक उत्साही समर्थक ने उनके घोड़े को भी रसगुस्सा खिला दिया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है.
VIDEO | #Bihar: Former MLA Anant Singh released from Patna's Beur Jail.
"We were confident that he (Anant Singh) will come out of the jail. Bhagwan ke ghar mein der hai andher nahi…," says Anant Singh's son Ankit Kumar.
A gangster turned politician who had represented the… pic.twitter.com/fC18Gg0PaI
— Press Trust of India (@PTI_News) August 16, 2024
इससे पहले, लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें मई महीने में पैरोल दी गई थी और वह 15 दिन की पैरोल पर बाहर आए थे. इस दौरान उन्होंने अपने इलाके में JD(U) के ललन सिंह के चुनाव प्रचार भी किया था और दावा किया था कि ललन सिंह 4 लाख वोटों से जीतेंगे. अनंत सिंह मोकामा से लगातार चार बार विधायक रहे हैं लेकिन दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य ठहराया गया था.
अनंत सिंह को ये सजा 2019 के मामले में मिली थी. साल 2019 में पुलिस ने अनंत सिंह के घर पर छापेमारी की थी. घंटों चली इस रेड के बाद पुलिस ने दावा किया था कि अनंत सिंह के घर से एके-47 बरामद हुई थी. इस चर्चित मामले में अनंत सिंह ने कई दिन तक फरार भी रहे थे. अनंत सिंह ने तीन-चार दिन बिहार पुलिस को चकमा देने के बाद दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. साल 2022 में कोर्ट ने दोषी करार दिया था. इसके बाद उन्होंने सजा के खिलाफ हाईकोर्ट का रुख किया और अब इस मामले में हाईकोर्ट ने उन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है.