बजरंग बली की जय के साथ शुरू की जवाबी कार्रवाई और कुछ सेकेंड में ही उड़ी दीं दुश्मन की चार चौकियां.’ भारतीय सेना की राजपूत रेजीमेंट ने 10 मई की रात सीमापार से हो रही गोलीबारी का इस तरह मुंहतोड़ जवाब दिया था. राजपूत रेजीमेंट के मेजर ने बताया कि जम्मू में तैनात उनकी टीम को कमांडिग ऑफिसर ने दुश्मन की उस चौकी को तबाह करने का निर्देश दिया था, जहां से भारतीय नागरिकों पर फायरिंग की जा रही थी. इस कार्रवाई में चार चौकियों को थोड़ी ही देर में तबाह कर दिया गया, जिनमें से दो हाइब्रिड चौकियां थीं, जिनका इस्तेमाल आतंकवादी लॉन्च पैड के तौर पर करते थे.
उन्होंने बताया कि सेना ने हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अपनी सीमा से ही चारों चौकियों को ट्रैक किया, उनकी लोकेशन ट्रैक की और उड़ा दिया, जबकि पाकिस्तान भारत के कम्युनिकेशन सिस्टम और मॉनिटरिंग को जाम करने में पूरी तरह से असफल रहा.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की तरफ से भारत पर कई शहरों में मौजूद सैन्य ठिकानों पर हमले किए गए. इस दौरान जम्मू और सीमा के पास मौजूद अन्य शहरों के सिविलियन एरिया में भी अटैक हुए थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास सेना की राजपूत रेजीमेंट तैनात थी. रेजीमेंट के मेजर ने कहा कि उनके कमांडिंग ऑफिसर ने उन्हें निर्देश दिया कि सीमा पर मौजूद चौकियों को तबाह कर दें, इन चौकियों से जम्मू सेक्टर के सिविलिन एरिया पर फायरिंग की जा रही थी.
मेजर ने कहा, ‘इन चार चौकियों में से दो का इस्तेमाल आतंकियों के लॉन्च पैड के तौर पर किया जाता था. इन चौकियों को लेकर भारतीय सेना के पास पहले से ही खुफिया जानकारी मौजूद थी कि ये क्या काम करती हैं.’ उन्होंने बताया कि रॉकेट लॉन्चर, मोर्टार, एके-राइफल्स की एडवांस्ड सीरीज, मशीनगन, ग्रेनेड लॉन्चर्स जैसे हथियारों के साथ भारतीय सेना ने दुश्मन के हमलों का करारा जवाब दिया.
मेजर का कहना है कि सेना ने ‘बजरंग बली की जय’ के साथ जवाबी कार्रवाई शुरू की, जिसमें दुश्मन को तगड़ा नुकसान हुआ और उसके कम से कम 18-20 लोगों की जान गई. उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी का भी भारतीय सेना को लाभ मिला, जिससे पाकिस्तानी प्रोजेक्टाइल और चौकियों को ट्रैक कर उन्हें तबाह करने में आसानी हुई. एक और जवान ने बताया कि पाकिस्तान भारत के कम्युनिकेशन सिस्टम को जाम करने और उसकी निगरानी कोबाधित करने में असमर्थ रहा.
22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने 6-7 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इसके तहत पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया, जिससे पाकिस्तान बौखला गया और उसने बॉर्डर पर फायरिंग शुरू कर दी, कई शहरों के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन से हमला करने की नाकाम कोशिश की, लेकिन भारत ने उसकी इस हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया. 3-4 दिन चली इस लड़ाई के बाद सीजफायर का ऐलान किया गया.