बलिया: ग्राम पंचायत बभनौली में अचानक ज्यादा पानी आने के कारण नहर टूट गई. इससे 30 बीघे से अधिक गेहूं की फसल जलमग्न हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि वर्षों से इसकी सफाई नहीं हुई है. इससे एक ही जगह पानी का दबाव पड़ने से नहर टूट गई.
नहर की सफाई के नाम पर प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये की बंदरबांट होती है. इस बार भी 70 लाख की लागत से नहरों की सफाई का दावा किया गया.
प्रत्येक वर्ष नहर की जेसीबी या अन्य साधनों से सफाई कर ठेकेदार चले जाते हैं. बंधें पर कोई कार्य नहीं किया जाता है. इसके करण चूहों एवं अन्य जीव-जंतुओं द्वारा बनाए गए बिलों के कारण बंधा खोखला हो जाता है.
रतसर रजबाहा ज्ञानपुर, धनौती, गोपालपुर, बभनौली आदि गांवों से होकर मिश्रवलिया आदि गांवों की तरफ जाता है. अचानक ज्यादा पानी छोड़े जाने से तटबंध टूट गया. इससे सुशील मिश्र, सुरेश राम, अशोक राजभर, बृजेश राजभर, अखिलेश मिश्र, अरुण प्रकाश मिश्र, अवधेश मिश्र इत्यादि किसानों की 30 बीघा से ज्यादा गेहूं की फसल पानी में डूब गई. ग्रामीणों का आरोप है कि नहर की पानी की रखवाली करने वाले बेलदार भी कभी पानी को टेल तक पहुंचाने की कोशिश नहीं करते.
पूर्व प्रधान बब्बन भारती ने बताया कि अगर सिंचाई विभाग गेहूं की बर्बाद फसल का उचित मुआवजा किसानों को नहीं देता है तो तहसील स्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे.