बालोद जिले में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कलेक्टर, जनपद पंचायत CEO समेत अन्य अधिकारी छत्तीसगढ़ के पारंपरिक परिधान पहनकर बैलगाड़ी से निकले. ज्यादा से ज्यादा लोग लोकतंत्र के महापर्व में शामिल हों, अधिक से अधिक संख्या में आकर वोट दे सकें, इसके लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है.
सोमवार 15 अप्रैल को कलेक्टर और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने पारंपरिक परिधान कमरा और खुमरी पहनी. इसके बाद बैलगाड़ी पर सवार होकर वोटर्स के बीच निकले. उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा भी लगाया.
गुरूर विकासखंड के ग्राम बोहारा में छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सराबोर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ संजय कन्नौजे सहित अन्य अधिकारियों ने छत्तीसगढ़िया वेशभूषा बनाई. ग्राम सनौद से ग्राम बोहारा में आयोजित कार्यक्रम स्थल तक सभी अधिकारी बैलगाड़ी में सवार होकर ग्रामीण छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति को जीवंत करते हुए अपनी सहभागिता सुनिश्चित की.
आयोजन में छत्तीसगढ़ी संस्कृति और मतदाता जागरूकता पर आधारित स्वीप सुआ नृत्य, गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुति दी गई. ग्राम बोहारा में नदी के किनारे विशाल बरगद पेड़ के नीचे छांव में आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़िया संस्कृति की झलक दिखाई दी. 51 अधिकारी-कर्मचारी बैलगाड़ी में सवार होकर ग्राम सनौद से बोहारा में आयोजित कार्यक्रम स्थल तक गए, जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा.
कलेक्टर ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर मतदाता का वोट महत्वपूर्ण है. उन्होंने जिले के सभी मतदाताओं को 26 अप्रैल को हर हाल में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने को कहा. उन्होंने सभी को मतदान की शपथ दिलाई. इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों को पानी के महत्व की जानकारी देते हुए इसके संरक्षण और बचाव के उपाय सुनिश्चित करने के लिए भी कहा.