बालोद जिले में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से परेशान होकर कपिल साहू ने अपनी खटारा टू-व्हीलर वाहन में कुछ पैसे खर्च कर उसे इलेक्ट्रिक बाइक में कन्वर्ट कर दिया है. इस वाहन में हर महीने मुश्किल से 1 से 2 यूनिट ही अधिक बिजली का बिल आता है, जिसका खर्च अनुमानित 10 रुपए हैं. 10 रुपए में वह पेट्रोल के हजारों रुपए बचा लेता है.
दरअसल, गुरुर ब्लॉक के ग्राम धनेली के रहने वाले कपिल साहू ने बताया कि लगभग 1 सालों से वह इस बाइक को चल रहा है. पेट्रोल का पैसा पूरा का पूरा बच रहा है और उसके सारे काम आसानी से हो जा रहे हैं. एक पुरानी बाइक को उन्होंने पूरी तरह इलेक्ट्रिक बाइक में कन्वर्ट कर दिया यहां तक की बाइक में रिवर्स करने की सुविधा भी उसने ईजाद की है.
कपिल साहू पेशे से इलेक्ट्रीशियन हैं. उनका हुनर और इलेक्ट्रिक बाइक अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. उसने बताया कि लगभग 5 सालों से इलेक्ट्रिक बाइक बनाने की सोच रहा था, लेकिन उसे संसाधन नहीं मिल पा रहे थे. जब उसे इलेक्ट्रिक बाइक के लायक पूरे संसाधन मिल गए तो उसने काम करना शुरू कर दिया.
उन्होंने बताया कि एक ही दिन में उसने अपने पुराने खटारा हो चुके बाइक को बेहतरीन इलेक्ट्रिक व्हीकल में तब्दील कर दिया. उसमें सेल्फ की सुविधा, लाइट की सुविधा, रिवर्स की सुविधा और की होल की सुविधा भी उसने खुद ही बनाई है. बाइक में एक ऐसा बटन भी लगाया गया है जिससे बाइक को रिवर्स किया जा सकता है.
कपिल ने बताया कि सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दे रही है. मैं जब भी पेट्रोल की गाड़ियों के धुएं को देखता था तो मुझे यह बात परेशान करती थी. इसके बाद मैंने इलेक्ट्रिक वाहन के बारे में पता किया. पता चला कि यह तो बहुत महंगा है, जिसके बाद मैंने खुद ही इलेक्ट्रिक बाइक बनाने की शुरुआत की और सफल भी हुआ.
बता दें कि कपिल साहू अपने काम में इतना पारंगत हो चुके हैं कि वह तरह-तरह की इलेक्ट्रिक चीज बनाते रहते हैं. उसने अपने घर के सामान्य सिलाई मशीन को इलेक्ट्रिक सिलाई मशीन में तब्दील कर लिया है.
वहीं उसने बताया कि कूलर काफी बिजली की खपत करता है इसलिए उन्होंने कूलर भी बनाया है जो कम बिजली की खपत लेता है और अच्छी हवा देता है. बिजली बंद होने के बाद भी यह कूलर ठंडक प्रदान करता है.
कपिल साहू ने बताया कि उसका यह इलेक्ट्रिक वाहन आराम से दो क्विंटल तक वजन झेल लेता है. वह आराम से तीन सवारी में दूरी तय कर सकते हैं. एक बार चार्ज करने पर उनका यह इलेक्ट्रिक बाइक 45 किलोमीटर की दूरी आराम से तय कर लेता है और उसके छोटे-मोटे काम आसानी से हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को अभी इलेक्ट्रिक वाहन की ओर आगे बढ़ना चाहिए.
कपिल ने बताया कि यदि उसके पास ऐसे वाहनों के निर्माण के लिए ऑर्डर आता है तो वह जरूर इस क्षेत्र में काम करेंगे. कोई भी पुरानी वाहन चाहे वह स्कूटी हो या बाइक हो वह उसे इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील कर देंगे. उन्हें वह सारी खूबियां मिलेगी जो मार्केट से मिलने वाले बाइक में मिलती है. एक्स्ट्रा सुविधा के तौर पर उनके द्वारा बनाए गए रिवर्स करने की भी सुविधा मिलेगी.
कपिल साहू की मानें तो इस गाड़ी से उसने काफी कुछ पैसे बचाएं हैं. इस गाड़ी में मुश्किल से महीने में अधिक 10 रुपए बिजली बिल आता है. इस 10 रुपए में वह हजार रुपए तक की बचत कर लेता है. कपिल की शुरुआत से पड़ोसी भी गदगद हैं और पूरे गांव से लेकर उसके क्षेत्र में उसके इस इलेक्ट्रिक वाहन की चर्चा हो रही है.
पड़ोसी चिमनलाल साहू ने बताया कि जब हम लड़के को देखते थे कि वह गाड़ी में कुछ ना कुछ करते रहता था तो मैं सोचता था कि लड़का कुछ कर पाएगा या नहीं. अब इसके इस इलेक्ट्रिक वाहन को देखकर हमें काफी खुशियां मिलती हैं और वह औरों के लिए प्रेरणा भी साबित हो रहा है.